tag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post4334915688884678197..comments2024-03-26T14:47:22.000+05:30Comments on Sudhinama: मैं वचन देती हूँ माँ ....Sadhana Vaidhttp://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-4944840051968292002012-10-20T19:14:49.524+05:302012-10-20T19:14:49.524+05:30मन को झझकोरते विचार |सार्थक लेखन |गहन विचार् लिये ...मन को झझकोरते विचार |सार्थक लेखन |गहन विचार् लिये रचना |बहुत अच्छी लगी |<br />आशा Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-58827841029908528882012-10-20T16:05:32.510+05:302012-10-20T16:05:32.510+05:30मैं क्षितिज तक की दूरी
एक निमिष मात्र में
नाप आऊँग...मैं क्षितिज तक की दूरी<br />एक निमिष मात्र में<br />नाप आऊँगी !<br />तुमने जो मेरे पंख<br />क़तर दिए हैं ना माँ<br />उन्हें थोड़ा वक्त देकर<br />फिर से उग तो आने दो<br />मैं तुम्हें वचन देती हूँ माँ<br />मैं अनन्त आकाश में<br />झिलमिलाते<br />सारे सितारे तोड़ कर<br />तुम्हारे आँचल में<br />टाँक दूँगी <br /> आदरणीया मौसीजी ,सादर वन्दे, <br /> मन की हर व्यथा को शब्दों से परे बाँध कर रखा है आपने |sangitahttps://www.blogger.com/profile/15885937167669396107noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-60038039397485594152012-10-20T15:09:09.856+05:302012-10-20T15:09:09.856+05:30कितना कोमल उदगार और कितना सशक्त भी...प्रभावशाली रच...कितना कोमल उदगार और कितना सशक्त भी...प्रभावशाली रचना !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-44168854059044713272012-10-20T11:43:52.295+05:302012-10-20T11:43:52.295+05:30bhaav vibhor karti katu saty ko baya karti ek biti...bhaav vibhor karti katu saty ko baya karti ek bitiya ki pukar par ek prabhavi prastuti.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-6472368126000188562012-10-20T11:17:16.359+05:302012-10-20T11:17:16.359+05:30आपको ये जानकार ख़ुशी होगी की एक सामूहिक ब्लॉग '...आपको ये जानकार ख़ुशी होगी की एक सामूहिक ब्लॉग ''इंडियन ब्लोगर्स वर्ल्ड ''शुरू हो चुका है.जिसमे भारतीय ब्लोगर्स का परिचय करवाया जायेगा.और भारतीय ब्लोग्स की साप्ताहिक चर्चा भी होगी.और साथ ही सभी ब्लॉग सदस्यों के ब्लोग्स का अपडेट्स भी होगा.ये सामूहिक ब्लॉग ज्यादा से ज्यादा हिंदी ब्लोग्स का प्रमोशन करेगा.आप भी इसका हिस्सा बने.और आज ही ज्वाइन करें.जल्द ही इसका काम शुरू हो जायेगा.<br />लिंक ये है <br /><br /><a href="http://indians-bloggers.blogspot.com/" rel="nofollow">इंडियन ब्लोगर्स वर्ल्ड</a> Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/11687562436927833964noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-88354086149062243802012-10-19T20:43:52.011+05:302012-10-19T20:43:52.011+05:30हमेशा की तरह सुन्दरतम अभिव्यक्तिहमेशा की तरह सुन्दरतम अभिव्यक्तिबीनाnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-58719739490636609862012-10-18T17:13:22.731+05:302012-10-18T17:13:22.731+05:30मर्मस्पर्शी रचना..मर्मस्पर्शी रचना..Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-6100819014362099762012-10-18T16:25:33.975+05:302012-10-18T16:25:33.975+05:30बहुत अद्भुत अहसास...सुन्दर प्रस्तुति .पोस्ट दिल को...बहुत अद्भुत अहसास...सुन्दर प्रस्तुति .पोस्ट दिल को छू गयी.......कितने खुबसूरत जज्बात डाल दिए हैं आपने..........बहुत खूब,बेह्तरीन अभिव्यक्ति .आपका ब्लॉग देखा मैने और नमन है आपको और बहुत ही सुन्दर शब्दों से सजाया गया है लिखते रहिये और कुछ अपने विचारो से हमें भी अवगत करवाते रहिये. मधुर भाव लिये भावुक करती रचना,,,,,,Madan Mohan Saxenahttps://www.blogger.com/profile/02335093546654008236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-88995571543693887232012-10-18T12:37:02.025+05:302012-10-18T12:37:02.025+05:30
मर्मस्पर्शी रचना.. <br />मर्मस्पर्शी रचना..नादिर खान https://www.blogger.com/profile/02357024049446530444noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-28870530826174157962012-10-18T10:08:51.098+05:302012-10-18T10:08:51.098+05:30बेटी तो अनंत आकाश की सैर करने को ललायित है पर माँ...बेटी तो अनंत आकाश की सैर करने को ललायित है पर माँ ने कतार दिये हैं पंख ..... क्यों कि वो असीम आकाश में उसने वाले गिद्धों से चाहती है बचाना ..... मजबूर है ॥क्यों कि नहीं है माहौल स्वच्छंद जीने का लेकिन इस माहौल को भी शक्ति स्वरूपा नारी ही बदलेगी ... <br /><br />बहुत भावयुक्त रचना संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-16490458381702993122012-10-18T10:05:43.915+05:302012-10-18T10:05:43.915+05:30वास्तव में तो नवरात्र का पर्व बेटी का माँ के घर आग...वास्तव में तो नवरात्र का पर्व बेटी का माँ के घर आगमन का ही उत्सव है !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-28826551318755625512012-10-18T09:48:18.248+05:302012-10-18T09:48:18.248+05:30मुझे पूरा विश्वास है माँ
इस संसार में मेरे आने से
...मुझे पूरा विश्वास है माँ<br />इस संसार में मेरे आने से<br />अगर उस माँ को भी<br />ऐतराज़ होगा तो फिर<br />उसे तुम्हारा भी यहाँ होना<br />उतना ही नागवार गुजरा होगा !<br />है ना माँ <br /><br />बहुत सुंदर, हृदय स्पर्शी और भाव प्रवण रचनाइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-30602570936826748202012-10-18T06:47:19.220+05:302012-10-18T06:47:19.220+05:30मैं भी उस अलौकिक
माटी की दिव्य मूरत के
दर्शन करना ...मैं भी उस अलौकिक<br />माटी की दिव्य मूरत के<br />दर्शन करना चाहती हूँ<br />जिसके चरणों में<br />बार-बार माथा रगड़<br />तुम मुझे जन्म देने के<br />अपराध का प्रायश्चित<br />करना चाहती हो और<br />उसी माँ से बेटे का<br />वरदान देने की<br />गुहार लगाती हो !<br />मुझे पूरा विश्वास है माँ<br />इस संसार में मेरे आने से<br />अगर उस माँ को भी<br />ऐतराज़ होगा तो फिर<br />उसे तुम्हारा भी यहाँ होना<br />उतना ही नागवार गुजरा होगा !<br />है ना माँ ? <br /><br />साधना वैद<br />कन्या भ्रूण हत्या पर सशक्त रूपक .माँ तुम कैसी हो माँ ?क्या तुम भी शिव-शक्ति कल्याणी कहलाओगी ?ये हमारे वक्त की विडंबना है .हत्यारिन को माँ कहना पड़ रहा है .मासूमियत के चेहरे पे तेज़ाब फैंकने वाले को प्रेमी ,और किशोर वेलेंटाइन को ज़िबह करने वालों को खापिया पंचायत .<br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-67106518223428778962012-10-17T23:26:19.088+05:302012-10-17T23:26:19.088+05:30आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार ...आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 18-10 -2012 को यहाँ भी है <br /><br /><a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.com/" rel="nofollow"> .... आज की नयी पुरानी हलचल में ....<br />मलाला तुम इतनी मासूम लगीं मुझे कि तुम्हारे भीतर बुद्ध दिखते हैं ....। .</a><br />संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-15981658460725738472012-10-17T22:36:41.559+05:302012-10-17T22:36:41.559+05:30इतनी सुन्दर रचना है जो दिल के काफी करीब लगी , बेटि...इतनी सुन्दर रचना है जो दिल के काफी करीब लगी , बेटियों को बचाने की हमारी मुहीम सफल हो Dr. sandhya tiwarihttps://www.blogger.com/profile/15507922940991842783noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-59409138885369211032012-10-17T19:42:21.064+05:302012-10-17T19:42:21.064+05:30 खुबसूरत अभिवयक्ति..... खुबसूरत अभिवयक्ति.....विभूति"https://www.blogger.com/profile/11649118618261078185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-43325588307747107822012-10-17T18:21:40.582+05:302012-10-17T18:21:40.582+05:30इस संसार में मेरे आने से
अगर उस माँ को भी
ऐतराज़ ...इस संसार में मेरे आने से <br />अगर उस माँ को भी <br />ऐतराज़ होगा तो फिर<br />उसे तुम्हारा भी यहाँ होना <br />उतना ही नागवार गुजरा होगा !<br />है ना माँ ?<br />इस सवाल का बैनर बनवा आकाश में टांगने का कोई उपाय ......... ?? विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-49711935144908157372012-10-17T18:21:33.050+05:302012-10-17T18:21:33.050+05:30संवेदनशील भाव लिए
भावपूर्ण रचना.......संवेदनशील भाव लिए<br />भावपूर्ण रचना.......मेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-68629448245732800162012-10-17T17:10:29.976+05:302012-10-17T17:10:29.976+05:30हृदयस्पर्शी रचना....
मन भावुक हो गया....
बहुत सुन्...हृदयस्पर्शी रचना....<br />मन भावुक हो गया....<br />बहुत सुन्दर साधना जी.<br /><br />सादर<br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-24488740363431906672012-10-17T17:06:59.112+05:302012-10-17T17:06:59.112+05:30एक कटु सत्य से रूबरू करवाती सार्थक अभिव्यक्ति
एक कटु सत्य से रूबरू करवाती सार्थक अभिव्यक्ति <br />Aditi Poonamhttps://www.blogger.com/profile/07454848082907747001noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-22718544545977501392012-10-17T16:37:37.787+05:302012-10-17T16:37:37.787+05:30बढ़िया रचना!
बिटिया की महिमा अनन्त है!बढ़िया रचना!<br />बिटिया की महिमा अनन्त है!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-9634051738589311292012-10-17T16:32:47.431+05:302012-10-17T16:32:47.431+05:30जान पड़ते कई भावनाएं पनपती हैं ... एक जान की कीमत ...जान पड़ते कई भावनाएं पनपती हैं ... एक जान की कीमत एक जान, भावनाओं की हत्या है . जिसने इस अबोध पुकार को अनसुना किया,वचन देने को बाध्य किया - वह रिश्तों से परे है ... न माँ,न पिता,न नाना,न दादा,न नानी दादी .... माँ की शक्ति सर्वविदित है,वह कमज़ोर तो विश्वास किस पर !<br />आराधना किसकी और क्यूँ रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-86374640102990758002012-10-17T16:29:48.958+05:302012-10-17T16:29:48.958+05:30 मैं क्षितिज तक की दूरी
एक निमिष मात्र में
नाप आऊँ... मैं क्षितिज तक की दूरी<br />एक निमिष मात्र में<br />नाप आऊँगी !<br />तुमने जो मेरे पंख<br />क़तर दिए हैं ना माँ<br />उन्हें थोड़ा वक्त देकर<br />फिर से उग तो आने दो<br />मैं तुम्हें वचन देती हूँ माँ<br />मैं अनन्त आकाश में<br />झिलमिलाते <br />सारे सितारे तोड़ कर<br />तुम्हारे आँचल में<br />टाँक दूँगी ! <br />भावमय करते शब्द ... उत्कृष्ट अभिव्यक्ति <br />सादरसदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-57887170126031384362012-10-17T16:28:27.242+05:302012-10-17T16:28:27.242+05:30मुझे पूरा विश्वास है माँ
इस संसार में मेरे आने से
...मुझे पूरा विश्वास है माँ<br />इस संसार में मेरे आने से<br />अगर उस माँ को भी<br />ऐतराज़ होगा तो फिर<br />उसे तुम्हारा भी यहाँ होना<br />उतना ही नागवार गुजरा होगा !<br />है ना माँ ? <br /><br />कटु सत्य बयाँ कर दिया।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.com