tag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post7474017628707792136..comments2024-03-26T14:47:22.000+05:30Comments on Sudhinama: रहनुमांSadhana Vaidhttp://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-49775452100364159612011-02-19T11:36:45.878+05:302011-02-19T11:36:45.878+05:30आप सभी की हृदय से आभारी हूँ ! कृपया इसी तरह मेरा ह...आप सभी की हृदय से आभारी हूँ ! कृपया इसी तरह मेरा हौसला बढाते रहें व अपनी प्रतिक्रियाओं से मुझे प्रोत्साहित करते रहें !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-77868097700836036682011-02-07T16:13:45.368+05:302011-02-07T16:13:45.368+05:30बहुत दर्द छुपा है इस रचना में।
उम्दा कृति ।बहुत दर्द छुपा है इस रचना में।<br />उम्दा कृति ।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-85949942042368274732011-02-07T12:51:30.837+05:302011-02-07T12:51:30.837+05:30anshumala ने कहा…जब दुःख जीवन में ज्यादा ही साथ नि...anshumala ने कहा…जब दुःख जीवन में ज्यादा ही साथ निभाने लगे और हर समय आप की गलबहिया करे तो दुःख को दूर करने का एक ही उपाय है उसे अपना हम सफ़र बना आप भी गलबहिया उसकी गर्दन में डालिए और जरा तेज दबाइए..<br /><br />हा...हा...हा.....<br />साधना जी अंशुमाला जी आपके जेल जाने कि तैयारी कर रहीं हैं .....हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-19816648888826726502011-02-07T12:20:45.508+05:302011-02-07T12:20:45.508+05:30दर्द को साकार करती अभिव्यक्ति ....आपका आभारदर्द को साकार करती अभिव्यक्ति ....आपका आभारकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-9095668925463328892011-02-05T22:52:42.980+05:302011-02-05T22:52:42.980+05:30मार्मिक अभिव्यक्ति ....मार्मिक अभिव्यक्ति ....Dr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-48457509448035284012011-02-05T18:26:40.187+05:302011-02-05T18:26:40.187+05:30kahin gahre me doob jati hun. har bar apki kavitay...kahin gahre me doob jati hun. har bar apki kavitayen mujhe apni si lagti hain. sunder shabdo me hale-dil bayaan kiya hai.<br /><br />badhayi.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-84764793223832372042011-02-05T10:52:22.860+05:302011-02-05T10:52:22.860+05:30itni achchi kavita hai par man ko udas kar gayee.itni achchi kavita hai par man ko udas kar gayee.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-24973975924218079792011-02-05T08:44:57.316+05:302011-02-05T08:44:57.316+05:30आदरणीय शास्त्री जी ,
नमस्कार .
सर्वप्रथम आपको जन्म...आदरणीय शास्त्री जी ,<br />नमस्कार .<br />सर्वप्रथम आपको जन्मदिन की अनेक शुभकामनाएं .बहुत सुंदर कविता लिखी है आपने बसंत पर.सुन्दरता से किया है बसंत का वर्णन .बधाईAnupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-42807083260882210862011-02-04T17:23:15.011+05:302011-02-04T17:23:15.011+05:30आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार ०५.०२.२०११ को "...आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार ०५.०२.२०११ को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.uchcharan.com/<br />चर्चाकार:Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)Er. सत्यम शिवमhttps://www.blogger.com/profile/07411604332624090694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-37824347788146531782011-02-04T10:21:24.686+05:302011-02-04T10:21:24.686+05:30बहुत ही दर्द भरी अभिव्यक्ति ,की प्रस्तुति की है अप...बहुत ही दर्द भरी अभिव्यक्ति ,की प्रस्तुति की है अपनेRoshihttps://www.blogger.com/profile/18372159823117732748noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-16239340668467524052011-02-03T18:01:19.219+05:302011-02-03T18:01:19.219+05:30बहुत खूबसूरती से दर्द को लफ्ज़ दर लफ्ज़ उतार दिया...बहुत खूबसूरती से दर्द को लफ्ज़ दर लफ्ज़ उतार दिया है ...आपकी कविता पढ़ कर शिवमंगल सिंह सुमन की कुछ पंक्तियाँ याद आ गयीं ..<br /><br />एक पुराने दुःख ने पूछा <br />साथी कहो कहाँ रहते हो <br />उत्तर मिला चले मत आना <br />वो घर मैंने बदल दिया है ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-85907977640284224652011-02-03T11:55:30.309+05:302011-02-03T11:55:30.309+05:30जब दुःख जीवन में ज्यादा ही साथ निभाने लगे और हर सम...जब दुःख जीवन में ज्यादा ही साथ निभाने लगे और हर समय आप की गलबहिया करे तो दुःख को दूर करने का एक ही उपाय है उसे अपना हम सफ़र बना आप भी गलबहिया उसकी गर्दन में डालिए और जरा तेज दबाइए खुद दर्द, दर्द से कहर उठेगा और आप से पीछा छुड़ा भाग जायेगा | वो हमें इसलिए पकड़ता है क्योकि हम उससे भागते है | बहुर अच्छी लगी रचना |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-52858793174978430242011-02-03T09:22:19.843+05:302011-02-03T09:22:19.843+05:30मार्मिक अभिव्यक्ति है। एक शेर इस दर्द को समर्पित--...मार्मिक अभिव्यक्ति है। एक शेर इस दर्द को समर्पित-- <br />बिना दुख दर्द के ये ज़िन्दगी अच्छी नही लगती<br /> मुझे अब आँसुओं से दुश्मनी अच्छी नही लगती। <br /> कभी कभी ये उदासी भी तो अच्छी लगती है जब आदमी को अपने बारे मे और दुनिया के बारे मे सोचने समझने का अवसर मिलता है।बस दुख सुख को दिन रात की तरह ही जीओ। शुभकामनायें।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-3260850332062314492011-02-03T06:56:30.847+05:302011-02-03T06:56:30.847+05:30रश्मिजी का कथन सत्य है , दर्द ही ईमानदारी से साथ न...रश्मिजी का कथन सत्य है , दर्द ही ईमानदारी से साथ निभाता है और सही दोस्तों का पता भी बताता है !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-37716229293351136262011-02-02T23:15:45.853+05:302011-02-02T23:15:45.853+05:30सुख ओर दुख सभी लगे रहते हे , सुख जल्दी बीत जाता हे...सुख ओर दुख सभी लगे रहते हे , सुख जल्दी बीत जाता हे जब की दुख का समय भी उतना ही होता हे लेकिन वो लम्बा लगता हे.... आप की रचना भी दुख की ओर ज्यादा हे, लेकिन अच्छी लगी, धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-1429363751051040852011-02-02T22:28:39.374+05:302011-02-02T22:28:39.374+05:30• आपकी कविता जीवन के विरल दुख की तस्वीर है, इसमें...• आपकी कविता जीवन के विरल दुख की तस्वीर है, इसमें समाई पीड़ा आम जन की दुख-तकलीफ है ।<br /> <br />..... पर आशा जी की बातों से सहमत।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-59215981349725121062011-02-02T21:23:24.778+05:302011-02-02T21:23:24.778+05:30बहुत ही बढ़िया रचना.
उदास.
बहुत उदास .
बेहद उदास.
...बहुत ही बढ़िया रचना.<br />उदास.<br />बहुत उदास .<br />बेहद उदास.<br />सलाम.विशालhttps://www.blogger.com/profile/06351646493594437643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-60707552047819928682011-02-02T18:56:27.639+05:302011-02-02T18:56:27.639+05:30कभी-कभी ऐसे अहसास भी होते हैं....लगता है ऐसा क्यूँ...कभी-कभी ऐसे अहसास भी होते हैं....लगता है ऐसा क्यूँ है....पर वही सुख-दुख साथ चलते साए की तरह हैं.एक के बाद दूसरे का आना अव्शय्म्भावी है....<br /><br />बहुत ही मन उदास कर गयी आज की रचनाrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-53024004071957859502011-02-02T18:22:20.019+05:302011-02-02T18:22:20.019+05:30उत्तम भावाव्यक्ति |पर बहुत उदासी लिए रचना |
कभी कभ...उत्तम भावाव्यक्ति |पर बहुत उदासी लिए रचना |<br />कभी कभी प्रसन्नता से भरी कविता की भी झलक यदि दे दो तो तुम्हारा क्या जाएगा |जीवन <br />जीने के लिए आवश्यक है खुशी और उससे भरी कविता |<br />पर अच्छी रचना के लिए बधाई |<br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-84607131275038975762011-02-02T17:16:31.681+05:302011-02-02T17:16:31.681+05:30dard ka saath kuch aisa hi hota hai
badi imaandari...dard ka saath kuch aisa hi hota hai<br />badi imaandari se saath saath chalta hai...रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.com