tag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post7802259818874184731..comments2024-03-18T11:09:17.247+05:30Comments on Sudhinama: इंतज़ारSadhana Vaidhttp://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-70802204968270074242011-06-27T12:26:44.589+05:302011-06-27T12:26:44.589+05:30अच्छी रचना के लिए बधाईअच्छी रचना के लिए बधाईMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-75215838806167976182011-06-02T13:32:02.181+05:302011-06-02T13:32:02.181+05:30सुंदर ग़ज़ल ! मन को छू गयी !
कुछ और ग़ज़लें पोस्ट...सुंदर ग़ज़ल ! मन को छू गयी ! <br />कुछ और ग़ज़लें पोस्ट करें !सुनील अमरhttps://www.blogger.com/profile/09357557181811146471noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-70603464716694400862011-06-02T13:30:35.427+05:302011-06-02T13:30:35.427+05:30सुंदर ग़ज़ल ! मन को छू गयी !
कुछ और ग़ज़लें पोस्ट...सुंदर ग़ज़ल ! मन को छू गयी ! <br />कुछ और ग़ज़लें पोस्ट करें !सुनील अमरhttps://www.blogger.com/profile/09357557181811146471noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-33710235247530419822011-05-26T00:40:08.436+05:302011-05-26T00:40:08.436+05:30वल्लाह नये दर्द रुलाने के वास्ते,
यादें पुरानी सिर...वल्लाह नये दर्द रुलाने के वास्ते,<br />यादें पुरानी सिर्फ लुभाने के वास्ते.<br /><br />सुंदर रचना. सुंदर शब्द चयन. बेहतरीन भाव.<br /><br />शुभकामनाएँरचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-47998259096191940362011-05-25T18:41:00.691+05:302011-05-25T18:41:00.691+05:30साधनाजी...
तारीफ के लिए शब्द नहीं हैं मेरे पास..
ब...साधनाजी...<br />तारीफ के लिए शब्द नहीं हैं मेरे पास..<br />बस खामोशी ही काफी है....<br /><br />उम्दा...<br /><br />बेहतरीन...<br /><br />खुशनुमा...<br /><br />बस-- <br />और क्या ??***Punam***https://www.blogger.com/profile/01924785129940767667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-63405815175616343532011-05-25T16:54:20.247+05:302011-05-25T16:54:20.247+05:30सोचा था तुझ से अब न शिकायत करेंगे हम,
थपकी भी दी थ...सोचा था तुझ से अब न शिकायत करेंगे हम,<br />थपकी भी दी थी मन को सुलाने के वास्ते ...<br /><br />बहुत खूबसूरत ख्याल है ...लाजवाब लिखा है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-35374639206447782062011-05-25T15:46:03.867+05:302011-05-25T15:46:03.867+05:30ज़ख्मों की दिल में एक नुमाइश लगी रही,
ऐ मेरे ख़ुदा...ज़ख्मों की दिल में एक नुमाइश लगी रही,<br />ऐ मेरे ख़ुदा तुझको दिखाने के वास्ते.<br /><br />वाह वाह ...कमाल का लिखा है...rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-49167515105396882062011-05-24T23:31:06.959+05:302011-05-24T23:31:06.959+05:30साधना जी ,
आज तो एक दम झक्कास गज़ल लायी हैं ... ...साधना जी , <br />आज तो एक दम झक्कास गज़ल लायी हैं ... एक एक शेर मन में उतरता चला गया ... <br />कल चर्चा मंच की तैयारी के चक्कर में टिप्पणी नहीं दे पाई थी ..सोचा आराम से कुछ लिखूंगी ... <br /><br />आपकी ही बातों को कुछ इस तरह लिखा है ...पढ़ कर लिखने का कीड़ा कुलबुलाया था :):) <br /><br /><br />यादों के साये में खो कर हम <br />बुनते हैं नए दर्द अश्कों के लिए हम <br /><br />बातों के नश्तर से हो कर लहुलुहान <br />तल्खियों का बोझ भी ढोते हैं हम <br /><br />देखा जो दर खुला ज़माने के लिए <br />अपने लिए भी आस लगा बैठे थे हम <br /><br />खुदा को फुरसत नहीं थी ज़ख्म देखने की <br />उसकी एक झलक को तरसते रहे हम <br /><br />शिकायत से तो उग आते हैं मन में जंगल<br />एक एक कांटे को बस बीनते रहे हम <br /> <br />अश्कों की जुबां कभी तुझ तक पहुंचे <br />इंतज़ार की बारिश में बस भीगते रहे हमसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-21460776555672626032011-05-24T23:15:23.812+05:302011-05-24T23:15:23.812+05:30क्या बात क्या बात क्या बात ....बेहतरीन शायरी.क्या बात क्या बात क्या बात ....बेहतरीन शायरी.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-56982942605773543412011-05-24T18:06:35.313+05:302011-05-24T18:06:35.313+05:30अच्छी रचना के लिए बधाई
http://sanjaybhaskar.blogs...अच्छी रचना के लिए बधाई <br />http://sanjaybhaskar.blogspot.com/संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-14177924197968219702011-05-24T15:22:26.895+05:302011-05-24T15:22:26.895+05:30बहुत ही बेहतरीन शब्द चयन
विवेक जैन vivj2000.blog...बहुत ही बेहतरीन शब्द चयन <br /><a href="http://vivj2000.blogspot.com/" rel="nofollow"><b> विवेक जैन </b><i>vivj2000.blogspot.com</i></a>Vivek Jainhttps://www.blogger.com/profile/06451362299284545765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-27070263026838891362011-05-24T12:55:02.031+05:302011-05-24T12:55:02.031+05:30तेरा है इंतज़ार मुझे अब भी 'साधना'
हैं अश्...तेरा है इंतज़ार मुझे अब भी 'साधना'<br />हैं अश्क रवां तुझको बुलाने के वास्ते<br /><br />जितनी तारीफ की जाये कम है ...<br />बहुत ही सुंदर शायरी ...<br />कई बार पढकर भी मन नहीं भरा ...<br />badhai Sadhna ji ...Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-5051963215451485322011-05-24T12:03:11.633+05:302011-05-24T12:03:11.633+05:30बढ़िया ग़ज़ल.बधाई.बढ़िया ग़ज़ल.बधाई.kunwar kusumeshhttp://kunwar kusumeshnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-54054636157651121882011-05-24T11:48:53.688+05:302011-05-24T11:48:53.688+05:30सोचा था तुझ से अब न शिकायत करेंगे हम,
थपकी भी दी थ...सोचा था तुझ से अब न शिकायत करेंगे हम,<br />थपकी भी दी थी मन को सुलाने के वास्ते.<br />भावमय करते शब्दों के साथ यह पंक्ति लाजवाब ... ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-3275888956559759302011-05-24T11:06:15.658+05:302011-05-24T11:06:15.658+05:30Saadhna ji aapki ghazal padh kar maja aa gaya.har ...Saadhna ji aapki ghazal padh kar maja aa gaya.har ek sher laajabab hai.Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-41978121339514378912011-05-24T06:34:00.079+05:302011-05-24T06:34:00.079+05:30आज तीनों की कविताएँ एक साथ चर्चा मंच पर है |
बहुत ...आज तीनों की कविताएँ एक साथ चर्चा मंच पर है |<br />बहुत अच्छा लगा |तुम्हारी उर्दू इतनी अच्छी है यह तो पता ही नहीं था |<br />क्या क्या गुण छिपे हैं और |अच्छी रचना के लिए बधाई <br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-67717835671413810032011-05-24T06:22:15.391+05:302011-05-24T06:22:15.391+05:30भई वाह ! कमाल कर दिया इतनी अच्छी शायरी ।
साधना वै...भई वाह ! कमाल कर दिया इतनी अच्छी शायरी । <br />साधना वैद जी, आपकी मेहनत रंग ला रही है ।<br />Fantastic.<br /><br />शुक्रिया ।<br /><br /><br />दिल की दिल को सुनाने के वास्ते<br />आया है माशूक़ मनाने के वास्ते<br /><br />ख़ामोशी तबस्सुम कलाम और नख़रे<br />बहुत हैं दिल लुभाने के रास्ते <br /><br />शबे आख़िर में चाँद अपना जगाइये<br />आसमाँ पे दिल के चढ़ाने के वास्ते<br /><br />अश्क न बहा तू फ़रियाद न कर<br />इंतज़ार कैसा किसी बेवफ़ा के वास्ते<br /><br />हमदर्द भी मिलेंगे हर मोड़ पर<br />हौसला चाहिए हाथ बढ़ाने के वास्ते<br /><br />शबो रोज़ यूँ गुज़ारता है 'अनवर'<br />लिखता है कलिमा पढ़ाने के वास्ते<br /><br />.<br />.<br />.<br />क्यों जी , यह कैसी लगी ?DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-22066683385698931212011-05-23T21:11:05.246+05:302011-05-23T21:11:05.246+05:30चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी प्रस्तुति...चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी प्रस्तुति मंगलवार 24 - 05 - 2011<br />को ली गयी है ..नीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..<br /><br /><a href="http://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow">साप्ताहिक काव्य मंच --- चर्चामंच <br /></a>संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-80325192939397037732011-05-23T18:31:28.580+05:302011-05-23T18:31:28.580+05:30बेहतरीन कविता संसार, अच्छे शब्द चयन बधाईबेहतरीन कविता संसार, अच्छे शब्द चयन बधाईAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-85915233782350291062011-05-23T18:16:51.102+05:302011-05-23T18:16:51.102+05:30सोचा था तुझ से अब न शिकायत करेंगे हम,
थपकी भी दी थ...सोचा था तुझ से अब न शिकायत करेंगे हम,<br />थपकी भी दी थी मन को सुलाने के वास्ते.<br /><br />बेहतरीन गजल। बधाई। <br /> अनेक शुभकामनाएं !Dr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-87760041551449882592011-05-23T17:54:08.024+05:302011-05-23T17:54:08.024+05:30"जख्मों की दिल में एक नुमाइश लगी रही ----&qu..."जख्मों की दिल में एक नुमाइश लगी रही ----"<br />बहुत सुंदर रचना |<br />बधाई <br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.com