tag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post8031585198743103809..comments2024-03-26T14:47:22.000+05:30Comments on Sudhinama: संकल्पSadhana Vaidhttp://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-63210761580671355602010-10-28T15:24:30.908+05:302010-10-28T15:24:30.908+05:30ऐ सूरज
आज मुझे अपने तन से काट
थोड़ी सी ज्वाला दे...ऐ सूरज <br />आज मुझे अपने तन से काट <br />थोड़ी सी ज्वाला दे दो <br />मुझे अपने ह्रदय में विद्रोह<br />की आग दहकानी है,<br /><br />भावों में जोश है ....कुछ कर गुजारने की इच्छा ...लेकिन यह आग मन के अन्दर से निकलती तो ज्यादा जोशीली होती ...क्यों की यहाँ भी किसी अन्य (सूरज) पर निर्भर हो रही है आग ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-47921833923864062462010-10-27T22:53:10.771+05:302010-10-27T22:53:10.771+05:30behad khoobsurat rachna.wah.behad khoobsurat rachna.wah.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-47994655794801386202010-10-26T09:37:45.454+05:302010-10-26T09:37:45.454+05:30सभी सहृदय पाठकों की आभारी हूँ मेरा उत्साहवर्धन करन...सभी सहृदय पाठकों की आभारी हूँ मेरा उत्साहवर्धन करने के लिये ! बहुत बहुत धन्यवाद !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-48388025151849059502010-10-25T19:34:56.174+05:302010-10-25T19:34:56.174+05:30इस सार्थक और प्रेरक रचना के लिए बधाई स्वीकार करें....इस सार्थक और प्रेरक रचना के लिए बधाई स्वीकार करें...<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-463694412529488352010-10-25T15:09:04.336+05:302010-10-25T15:09:04.336+05:30आत्मविश्वास और सकारात्मता का सार्थक सन्देश देती प्...आत्मविश्वास और सकारात्मता का सार्थक सन्देश देती प्रस्तुति बहुत ही अच्छी लगी .....धन्यवाद !रानीविशालhttps://www.blogger.com/profile/15749142711338297531noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-32719376484170223742010-10-25T13:32:57.351+05:302010-10-25T13:32:57.351+05:30और सबसे पहले
स्वयं को नींद से जगाना है !
बस यही......और सबसे पहले<br />स्वयं को नींद से जगाना है !<br />बस यही...सबसे महत्वपूर्ण है...सब खुद को जगा लें तो एक नए राष्ट्र का निर्माण दूर नहीं..<br />जोश से भर देने वाली एक ओजस्वी कविताrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-64885410401736235662010-10-25T11:25:44.190+05:302010-10-25T11:25:44.190+05:30और सबसे पहले
स्वयं को नींद से जगाना है !
जीवन दर...और सबसे पहले<br />स्वयं को नींद से जगाना है ! <br /><br />जीवन दर्शन को दर्शाती बेहद सुन्दर कविता और आखिरी पंक्तियाँ इस कविता की जान है जिस दिन खुद को इंसान जगा लेगा सूर्योदय हो जायेगा्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-52622835104635364882010-10-25T10:09:10.730+05:302010-10-25T10:09:10.730+05:30आज आपकी रचना से े मुझे बहुत प्रसन्नता हुई सच ही यह...आज आपकी रचना से े मुझे बहुत प्रसन्नता हुई सच ही यह ज्वाला तो बहुत पहले जग जानी चाहिए थी अब जब जागे तभी सवेरा <br />आपकी भावनाओ को शत-शत नमनबीना शर्माnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-12171040115587396002010-10-25T08:13:53.949+05:302010-10-25T08:13:53.949+05:30कंठ में जोश का स्वर भर
कोई मनभावन ओजस्वी गीत
आज तम...कंठ में जोश का स्वर भर<br />कोई मनभावन ओजस्वी गीत<br />आज तम्हें सुनाना होगा ! <br />सही सन्देश है साधना जी आपकी कवितायें हमेशा अच्छा सन्देश देती हैं। बधाई।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-14515527378124881382010-10-25T06:58:18.480+05:302010-10-25T06:58:18.480+05:30सुंदर भाव लिए रचना |
हम तो आपकी भावनाओं को शत-शत न...सुंदर भाव लिए रचना |<br />हम तो आपकी भावनाओं को शत-शत नमन करते हैं.संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-71750823865071902032010-10-25T05:34:03.662+05:302010-10-25T05:34:03.662+05:30मन में ओजस्वी भावनाओं को उभारती बहुत सुंदर भाव लि...मन में ओजस्वी भावनाओं को उभारती बहुत सुंदर भाव लिए रचना |बधाई <br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-25978918300870408442010-10-25T00:40:20.073+05:302010-10-25T00:40:20.073+05:30साधनाजी आपकी रचनाये..... अपने आप में एक जीवन दर्शन...साधनाजी आपकी रचनाये..... अपने आप में एक जीवन दर्शन होती हैं.......<br />यह पंक्तियाँ भी पसंद आयीं... हमेशा की तरह डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.com