tag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post2565807367216046361..comments2024-03-26T14:47:22.000+05:30Comments on Sudhinama: क्या यह आत्मघात नहीं है ? Sadhana Vaidhttp://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-2411004417683143072013-03-20T10:33:42.816+05:302013-03-20T10:33:42.816+05:30भावों को अभिव्यक्त करना ही बेहतर है .... गहन अभिव्...भावों को अभिव्यक्त करना ही बेहतर है .... गहन अभिव्यक्ति संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-50621848520564394662013-03-19T21:54:29.409+05:302013-03-19T21:54:29.409+05:30बेहतर है उन्हें अभिव्यक्ति दे दी जाये... गहन भाव ....बेहतर है उन्हें अभिव्यक्ति दे दी जाये... गहन भाव ... आभार संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-6090985507294073632013-03-18T15:55:56.581+05:302013-03-18T15:55:56.581+05:30सार्थकता लिये सशक्त प्रस्तुति ...
आभार सार्थकता लिये सशक्त प्रस्तुति ... <br />आभार सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-45509026469895484032013-03-18T09:56:58.611+05:302013-03-18T09:56:58.611+05:30एकदम सटीक और सार्थक प्रस्तुति आभार
बहुत सुद्नर ...एकदम सटीक और सार्थक प्रस्तुति आभार <br /><br />बहुत सुद्नर आभार अपने अपने अंतर मन भाव को शब्दों में ढाल दिया <br />आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में <br /><a href="http://dineshpareek19.blogspot.in/2013/03/blog-post_16.html" rel="nofollow"><b>एक शाम तो उधार दो</b></a><br /><br />आप भी मेरे ब्लाग का अनुसरण करे Dinesh pareekhttps://www.blogger.com/profile/00921803810659123076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-7020552026867168362013-03-18T00:53:24.367+05:302013-03-18T00:53:24.367+05:30वाह!
आपकी यह प्रविष्टि आज दिनांक 18-03-2013 को सोम...वाह!<br />आपकी यह प्रविष्टि आज दिनांक 18-03-2013 को <a href="http://charchamanch.blogspot.com" rel="nofollow"><b>सोमवारीय चर्चा : चर्चामंच-1187</b></a> पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थचन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-56009241462969476002013-03-17T23:13:11.660+05:302013-03-17T23:13:11.660+05:30आज की ब्लॉग बुलेटिन ताकि आपको याद रहे - ब्लॉग बुल...आज की ब्लॉग बुलेटिन <a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2013/03/blog-post_1047.html" rel="nofollow"> ताकि आपको याद रहे - ब्लॉग बुलेटिन </a> मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !ब्लॉग बुलेटिनhttps://www.blogger.com/profile/03051559793800406796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-31569322673232360662013-03-17T16:32:04.403+05:302013-03-17T16:32:04.403+05:30बहुत बड़ा विस्फोट होने को है ऐसा लगता है पर यह आत्म...बहुत बड़ा विस्फोट होने को है ऐसा लगता है पर यह आत्मघाती न हो बस चिंता इस बात की है |उम्दा रचना |<br />आशा Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-63283075396730159402013-03-17T13:45:43.895+05:302013-03-17T13:45:43.895+05:30बहुत सुन्दर लिखा , मन को छू गयी पंक्तियाँ . आभार ...बहुत सुन्दर लिखा , मन को छू गयी पंक्तियाँ . आभार !रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-86478012418595762202013-03-17T13:27:19.740+05:302013-03-17T13:27:19.740+05:30बहुत ही सार्थक प्रस्तुतीकरण,आभार.बहुत ही सार्थक प्रस्तुतीकरण,आभार.Rajendra kumarhttps://www.blogger.com/profile/00010996779605572611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-8315062667387254952013-03-17T12:03:12.986+05:302013-03-17T12:03:12.986+05:30सार्थक प्रश्न ........
मेरी तो जो अनिभूति होती है ...सार्थक प्रश्न ........<br />मेरी तो जो अनिभूति होती है ,<br />लिख देती हूँ ..... गद्द होता है या पद्द ,<br />वो तो नहीं जानती ,<br />लेकिन जब तक लिख ना लूँ ,<br />गला में कुछ अटका सा लगता है ........... <br />सादर !!विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-90837584566178047952013-03-17T10:05:06.267+05:302013-03-17T10:05:06.267+05:30पर इतनी ज्वाला,
इतना विस्फोटक
हृदय में दबाये
खु...पर इतनी ज्वाला, <br />इतना विस्फोटक <br />हृदय में दबाये <br />खुद से बाहर निकलने के <br />सारे रास्ते क्यों बन्द कर लिये हैं ? <br /><br />विवशता उधर भी है. आतंकवाद भी एक चक्रवूह की तरह उसमें फंसे लोगों को निकलने का रास्ता नहीं देता भले ही वह आत्मघाती हो.<br /><br />सुंदर प्रस्तुति.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-48921014663680056802013-03-17T10:00:40.323+05:302013-03-17T10:00:40.323+05:30अभिव्यक्ति संजीवनी है ... इसे प्रवाहित होने देना ह...अभिव्यक्ति संजीवनी है ... इसे प्रवाहित होने देना है रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.com