tag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post8156610818270183514..comments2024-03-26T14:47:22.000+05:30Comments on Sudhinama: रानी Sadhana Vaidhttp://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-29521058027253775362013-05-02T22:18:39.013+05:302013-05-02T22:18:39.013+05:30शानदार और सटीक लेखशानदार और सटीक लेखMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-60878318759654034232013-05-02T15:31:01.694+05:302013-05-02T15:31:01.694+05:30यही आज के समय की त्रासदी है..एक कटु सत्य..यही आज के समय की त्रासदी है..एक कटु सत्य..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-48313354952575987102013-05-02T15:24:24.842+05:302013-05-02T15:24:24.842+05:30पोस्ट भी पढ़ी और आपकी टिपण्णी भी .
समस्या तो सचमुच...पोस्ट भी पढ़ी और आपकी टिपण्णी भी .<br />समस्या तो सचमुच भयावह है. माँ की चिंता अभी जायज है .<br />आपने टिपण्णी में बढ़िया सुझाव दिया हैं. <br /> मिडिल एज वाली गृहणियों के पास समय भी काफी होता है, वे उसे यूँ ही नष्ट न कर कुछ सार्थक कर सकती हैं . rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-20121721243075755892013-05-02T08:54:53.614+05:302013-05-02T08:54:53.614+05:30@ संगीता जी आपकी बात से सहमत हूँ ! इसीलिये अपने आल...@ संगीता जी आपकी बात से सहमत हूँ ! इसीलिये अपने आलेख में मैंने पॉश कोलोनीज़ में रहने वाली महिलाओं से यह अपील की है ! किसी एक स्थान पर ऐसे बच्चों को क्रेच जैसी सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध कराई जानी चाहिये जिनके माता पिता दोनों काम पर जाते हैं और बच्चे लावारिस बेमकसद सड़कों पर घूमने के लिये विवश हैं ! समाजसेवी संस्थायें अपना उद्देश्य भूल कर बच्चों के शोषण में लिप्त हो सकती हैं यह निश्चित रूप से बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है ! इसीलिये मेरी पार्थना सम्भ्रांत परिवार की गृहणियों से है कि वे अपनी दिनचर्या में से थोड़ा सा समय निकाल कर बारी-बारी से इन बच्चों की देखभाल का दायित्व उठा सकें तो बहुत सी अमानुषिक घटनाओं को होने से रोका जा सकता है ! बच्चे भी सुरक्षित रहेंगे, खुश रहेंगे और स्वस्थ वातावरण में कुछ अच्छा ही सीखेंगे जो उन्हें भविष्य में समाज का एक ज़िम्मेदार नागरिक होने के लए एक पुख्ता बुनियाद दे सकेगा ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-39476754893411519522013-05-01T15:44:35.670+05:302013-05-01T15:44:35.670+05:30साधना जी ,
आपके मन में विचार तो बहुत उत्तम आया ह...साधना जी , <br /><br />आपके मन में विचार तो बहुत उत्तम आया है , पर क्या हम किसी संस्था पर भी विश्वास कर सकते हैं कि ऐसी रानी , गुड़िया , मुनिया सुरक्षित रह सकेंगी .... ऐसी संस्थाएं भी क्या क्या गुल खिलाती हैं उनसे भी आँखें बंद नहीं की जा सकतीं । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-44236192737874310062013-05-01T13:02:38.728+05:302013-05-01T13:02:38.728+05:30बेहद संवेदनशील रचना सही मुद्दे को आपने उकेरा है.बेहद संवेदनशील रचना सही मुद्दे को आपने उकेरा है.अरुन अनन्तhttps://www.blogger.com/profile/02927778303930940566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-41815014227497482552013-05-01T12:29:08.353+05:302013-05-01T12:29:08.353+05:30एक संवेदनशील मुद्दे पर सार्थक आलेखएक संवेदनशील मुद्दे पर सार्थक आलेखvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-75998344413149516562013-05-01T12:06:13.266+05:302013-05-01T12:06:13.266+05:30तो क्या हम इनकी सेवाओं के बदले इतना भी नहीं कर सकत...तो क्या हम इनकी सेवाओं के बदले इतना भी नहीं कर सकते कि इनके बच्चों को कुछ समय देकर उनकी सुरक्षा, शिक्षा और खुशी के लिये थोड़ा सा वक्त दे दें !<br />बिल्कुल सही कहा आपने ... सार्थकता लिये सशक्त प्रस्तुतिसदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-74206227780503708112013-05-01T12:04:54.651+05:302013-05-01T12:04:54.651+05:30संवेदनशील,सार्थक,सटीक आलेख ,,,
RECENT POST: मधुशा...<b>संवेदनशील,सार्थक,सटीक आलेख ,,,</b><br /><br /><b>RECENT POST</b><a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2013/04/blog-post_8556.html#links" rel="nofollow">: मधुशाला,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-12549782470351681742013-05-01T11:03:27.208+05:302013-05-01T11:03:27.208+05:30सार्थक और संवेदनशील विषय पर सटीक लेख ......सार्थक और संवेदनशील विषय पर सटीक लेख ...... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-847217283022951342013-05-01T10:53:18.430+05:302013-05-01T10:53:18.430+05:30शानदार और सटीक लेखन | बहुत खूब लिखा | आभार
कभी ...शानदार और सटीक लेखन | बहुत खूब लिखा | आभार <br /><br />कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें | <br /><a href="http://www.tamasha-e-zindagi.blogspot.in" rel="nofollow">Tamasha-E-Zindagi</a><br /><a href="http://www.facebook.com/tamashaezindagi" rel="nofollow">Tamashaezindagi FB Page</a>Tamasha-E-Zindagihttps://www.blogger.com/profile/01844600687875877913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-86733542615165049212013-05-01T10:08:55.305+05:302013-05-01T10:08:55.305+05:30कड़वा दुखद सच तो यही है ...हम डरते हैं तो उनके डर ...कड़वा दुखद सच तो यही है ...हम डरते हैं तो उनके डर को क्या कहें - किस संस्था का हवाला दें विश्वास के साथ रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-48733140214268231222013-05-01T09:39:19.760+05:302013-05-01T09:39:19.760+05:30सही मुद्दे पर सही सोच लिए लेख |उम्दा है |
आशा सही मुद्दे पर सही सोच लिए लेख |उम्दा है |<br />आशा Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618924645821194545.post-52610240050283359212013-05-01T08:37:35.014+05:302013-05-01T08:37:35.014+05:30sahi kaha aapne yah samaj ki bidambana hai , koi s...sahi kaha aapne yah samaj ki bidambana hai , koi sarthak kadam jaroori hai , sarthk post aapki , bahut bebak likha hai aapne , mujhe post pasand aayi badhai .shashi purwarhttps://www.blogger.com/profile/04871068133387030845noreply@blogger.com