Wednesday, September 30, 2020
माँ मुझको भी रंग दिला दे
Friday, September 25, 2020
हमारी बेटी
बिटिया जन्मी
सुरभित आँगन
खिली कलियाँ
घटा जीवन तम
छाई खुशियाँ !
है आँचल में दूध
आँखों में पानी
साक्षात दुर्गा
पधारी
हैं घर में
माता
हर्षानी !
पर्वत सा हौसला
फूल सा तन
बाँध लिया है
सारा जहां बाहों में
पूरा गगन !
प्रतिभाशाली बेटी
सुयोग्य बहू
ससुराल
की शान
क्या क्या न कहूँ !
आज की बेटी
प्रवाहमान नदी
चंचल हवा
गुणों की खान
समस्या का निदान
मर्ज़ की दवा !
प्रखर सूर्य
तो स्निग्ध चन्द्रमा है
शीतल बेटी
है ज्वालामुखी
उगलती है लावा
जुझारू बेटी !
रूढ़ियों की उँगली
आज की बेटी
तोड़ती वर्जनायें
साहसी बेटी !
शुद्ध करती आत्मा
देती संस्कार
नयी पीढ़ी को
करती है तैयार
दे सुविचार !
परिवार का मान
शिक्षित बेटी
हीरे की कनी
आँगन का उजाला
हमारी बेटी !
एक छलाँग
नाप लिये बेटी ने
धरा गगन
नन्ही कली ने
बाँध लिये बाहों में
सातों गगन !
Friday, September 18, 2020
प्रेम
Sunday, September 13, 2020
हैरान हिन्दी
हिन्दी है शान
मातृभाषा हमारी
हमारा मान
हिन्दी हैरान
अपने ही लोगों ने
रखा न मान
मातृभाषा का
करते अपमान
शर्म की बात
आज के बच्चे
रोमन में लिखते
हिन्दी की बात
समृद्ध भाषा
सबसे वैज्ञानिक
हिन्दी हमारी
उपेक्षित हो
हाशिये पर खड़ी
भाषा हमारी
बढ़ता जाता
अंग्रेज़ी का वर्चस्व
पिछड़ी हिन्दी
गोटा किनारी
इंग्लिश की साड़ी में
हिन्दी की चिंदी
लिखते जैसे
पढ़ते भी वैसे ही
हिन्दी की खूबी
हिन्दी हमारी
दलदल सियासी
आकंठ डूबी
हिन्दी दिवस
सतही उपक्रम
खोखली बातें
उथले वादे
सजावटी संकल्प
मन में घातें
अब तो चेतो
मातृभाषा हिन्दी का
करो सम्मान
हिन्दी भाषा का
करो यशवर्धन
करो सुनाम
अवमानना
अपनी ही भाषा की
है जहालत
हिन्दी भाषा को
स्थापित करने की
है ज़रुरत
साधना वैद