चुनाव का मौसम आ गया है। तृणमूल काँग्रेस की नेता ममता बैनर्जी का कहना है कि अब वक़्त आ गया है कि स्लमडौग नेता आगे आयें और देश की बागडोर सम्हालें । उनके विचारों और भावनाओं का हम बहुत आदर करते हैं । उनकी दूरदृष्टि भी अत्यंत प्रशंसनीय है । पुराने स्लमडौग नेता तो अब करोड़पति अरबपतियों की श्रेणी में आ चुके हैं जिनकी अथाह दौलत की थाह बड़ी से बड़ी जाँच एजेंसियाँ अभी तक नहीं लगा पाईं । अब नये स्लमडौग प्रत्याशियों की बारी है कि वे भी चुनावी नौका में सवार होकर सत्ता की वैतरिणी में गोते लगायें और अपने और अपने सभी नाते रिश्तेदारों के जर्जर झोंपड़ों का प्रत्यावर्तन आलीशान बंगलों और टूटी फूटी गुल्लकों का प्रत्यावर्तन देश विदेश की अनगिनत बैंकों के खातों में कर सकें । हमारी अशेष ‘शुभकामनायें’ उनके साथ हैं ।
साधना वैद्
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