आँसुओं की इस लड़ी से ताज भी गढ़ना होगा,कभी-कभी बहुत कठिन हो जाता है .... :'(
कभी-कभी बहुत कठिन हो जाता है लेकिन हौसला बुलंद हो तो सब आसान भी होजाता है..्सुन्दर..
आपकी इस सुन्दर प्रविष्टि की चर्चा कल २१/८/१२ को http://charchamanch.blogspot.in/ पर चर्चाकारा राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आपका स्वागत है
हिम्मत गर करे इन्सा ,जीत कर आते है हौसला बुलंद था ,तभी ताज बन जाते है,,,,,RECENT POST ...: जिला अनुपपुर अपना,,,
बहुत सुन्दर भाव लिए पंक्तियाँ |आशा
बहुत सुन्दर .........हौसला हमें विजय की ओर ले जाता है
sarthak panktiyan .aabhar
यही हौसला आगे बढ़ाती है...सकारात्मक रचना !!
पंख से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है...सुन्दर प्रस्तुति... शुभकामनाये
har raat ke baad sawera hota hai.sunder soch.
आँसुओं की इस लड़ी से ताज भी गढ़ना होगा,
ReplyDeleteकभी-कभी बहुत कठिन हो जाता है .... :'(
कभी-कभी बहुत कठिन हो जाता है
ReplyDeleteलेकिन हौसला बुलंद हो तो सब आसान भी होजाता है..्सुन्दर..
आपकी इस सुन्दर प्रविष्टि की चर्चा कल २१/८/१२ को http://charchamanch.blogspot.in/ पर चर्चाकारा राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आपका स्वागत है
ReplyDeleteहिम्मत गर करे इन्सा ,जीत कर आते है
ReplyDeleteहौसला बुलंद था ,तभी ताज बन जाते है,,,,,
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बहुत सुन्दर भाव लिए पंक्तियाँ |
ReplyDeleteआशा
बहुत सुन्दर .........हौसला हमें विजय की ओर ले जाता है
ReplyDeletesarthak panktiyan .aabhar
ReplyDeleteयही हौसला आगे बढ़ाती है...सकारात्मक रचना !!
ReplyDeleteपंख से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है...सुन्दर प्रस्तुति... शुभकामनाये
ReplyDeletehar raat ke baad sawera hota hai.
ReplyDeletesunder soch.