रैन दिवस
मैं रहूँ अकुलाई
श्याम साँवरे !
कल ना पावें
निस दिन बरसें
नैन बावरे !
मनमोहना
अब ना तरसाओ
बेग पधारो !
कान्ह कुँवर
बिगड़े मेरे सब
काज सँवारो !
आ जाओ अब
तज हठ अपनी
कृष्ण कन्हैया !
बाट निहारूँ
जमुना तट पर
रास रचैया !
आरतहारी
अनुनय सुन लो
श्याम बिहारी !
करुणाकर
तेरी किरपा पर
मैं बलिहारी !
साधना वैद
No comments:
Post a Comment