रंग गुलाल
अम्बर हुआ लाल
मचा धमाल !
पिया साँवरे
रंग दो चुनरिया
धानी रंग में !
होली का पर्व
प्रेम भरे रंगों से
खेलें सगर्व !
रंग रंगीला
प्यार मोहब्बत का
त्यौहार आया !
जीने का ढंग
सिखाती है सबको
रंगीली होली !
होली के रंग
हृदय में उमंग
साजन संग !
आ जा रे कान्हा
खेलूँ तेरे संग मैं
जी भर होली !
मनमोहना
रंगो अपने रंग
राह तकूँ मैं !
होली का पर्व
काले पीले चेहरे
भाँग का नशा !
बच्चे हुलसे
मचाएं हुड़दंग
साथियों संग !
माँ की रसोई
व्यंजनों की सुगंध
भूख बढ़ाए !
जला दें आज
दुश्मनी बैर भाव
होली की आग !
साधना वैद
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