देवी माँ का नवम
स्वरुप – सिद्धिदात्री माँ
सिंहवाहिनी
चतुर्भुज धारिणी
सिद्धिदात्री माँ
करें जागृत
भजें माँ को ध्यान
से
निर्वाण चक्र
सृष्टि में कुछ
अगम्य अगोचर
रह न जाये
प्राप्त हो जाये
विजय ब्रह्माण्ड पे
देवी कृपा से
मिले सानिध्य
भगवती कृपा से
प्रिय भक्त को
शरण में लो
शुभ फल दायिनी
सिद्धिदात्री माँ
या
देवी सर्वभूतेषु माँ सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै
नमो नम:।
मोक्षदायिनी सिद्धीदायिनी सिद्धिदात्री नमोअस्तुते॥
साधना वैद
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