देवी माँ का पंचम रूप – माता स्कंदमाता
मोक्ष प्रदाता
चार भुजा धारिणी
माँ स्कंदमाता
वात्सल्यमयी
गोद विराजें स्कन्द
दिव्य आनंद
सिंहवाहिनी
पद्मासना संस्थिता
तेजोमयी माँ
हृदय धारे
निज सूक्ष्म स्वरुप
शक्तिरूपिणी
ममतामयी
कार्तिकेय जननी
ज्ञानवर्धिनी
कल्याण करो
स्वीकार करो पूजा
तुम्हें प्रणाम
साधना वैद
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