माँ मुझको भी रंग
दिला दे
मुझको जीवन रंगना है
सपनों के कोरे कागज़
पर
इन्द्रधनुष एक रचना
है !
लाल रंग से मैं अपना
सौभाग्य लिखूँगी
माथे पर
नारंगी से हर्ष और
उल्लास रचूँगी माथे
पर !
पीला रंग जीवन में
मेरे
ज्ञान बुद्धि भर जायेगा
हरा रंग आध्यात्म और
प्रकृति से मुझे
मिलायेगा !
नीले रंग से धैर्य,
न्याय के
गुण मैं चित्रित कर
लूँगी
जामुनी रंग से
निर्भय होकर
दूर गगन तक उड़ लूँगी
!
रंग बैंगनी मानवता
के
सद्गुण मुझमें भर
देगा
माँ रंगों का तोहफा मेरे
सब सपने सच कर देगा !
इन्द्रधनुष के रंगों
से
जीवन मेरा खिल जायेगा
मेरे हर सपने को
जैसे
नया अर्थ मिल जायेगा
!
साधना वैद
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