Friday, June 21, 2019

हवाई सर्वेक्षण.......





प्रदेश में बच्चे ‘चमकी’ बुखार और लू से
बड़ी संख्या में हर रोज़ मर रहे हैं
ज़मीनी हकीक़त से बड़ी गहराई से जुड़े नेताजी
हवाई सर्वेक्षण से स्थिति का जायज़ा
लेने का उपक्रम कर रहे हैं !
कष्ट भोग रही, दुखों से जूझती
जनता के सवालों के जवाब
कहाँ हैं उनके पास
हेलीकॉप्टर की खिड़की से दिखते
टीले पहाड़, नदी नाले,
गाँव देहात, जंगल मैदान
लगते हैं कितने सुन्दर, कितने ख़ास !
सारा विचार विमर्श
इन कुदरती नज़ारों से कर
इन्हें तो भरमा ही लेंगे नेता जी
सारी ज्वलंत समस्याओं के
सार्थक और सटीक समाधान
इन्हें तो थमा ही देंगे नेताजी !
न पूछेंगे ये कोई सवाल
ना होगा धरना, विरोध या कोई प्रदर्शन
ना मचेगा कोई बवाल !
आम के आम गुठलियों के दाम !
बनी रहेगी प्रदेश में शान्ति
और निखर जायेगी
नेताजी के मुख मंडल की कान्ति !
इतने ज़बरदस्त श्रम के बाद
ज़मीनी विपदाओं से जूझ कर
थके हारे लौटने के बाद
नेताजी का अपने कक्ष में
लंबा विश्राम करने का हक़ तो
तो बनता है ना !  
समस्याओं की ओखली में
अपना सर देने के लिए और
विपत्तियों की दु:सह मार झेलने के लिए
तो जनता है ना !
कल फिर जाना होगा नेता जी को
जनता के दुखों के निवारण के लिये
किसी और दिशा में
फिर किसी हवाई सर्वेक्षण पर, 
इसलिए आराम करने दो उन्हें
पूरा पूरा हक़ है उनका
जनता की ज़िंदगियों पर और
जनता के श्रम से कमाए धन पर !


साधना वैद



14 comments:

  1. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" रविवार जून 23, 2019 को साझा की गई है पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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  2. जी नमस्ते,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (23 -06-2019) को "आप अच्छे हो" (चर्चा अंक- 3375) पर भी होगी।

    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    आप भी सादर आमंत्रित है
    ....
    अनीता सैनी

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  3. आज सलिल वर्मा जी ले कर आयें हैं ब्लॉग बुलेटिन की २४५० वीं बुलेटिन ... तो पढ़ना न भूलें ...

    रहा गर्दिशों में हरदम: २४५० वीं ब्लॉग बुलेटिन " , में आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

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  4. आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार सलिल जी ! सादर वन्दे !

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  5. बेहद संवेदनशील विषय पर यथार्थ विवेचना कटु सत्य।
    विचरणीय रचना👌👌

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  6. बेहतरीन रचना ,यथार्थ और सटीक ,नमस्कार दी

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  7. हार्दिक धन्यवाद श्वेता जी ! दिल से आभार आपका !

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  8. नमस्कार कामिनी जी ! आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार !

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  9. बहुत सुंदर प्रस्तुति

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  10. सटीक और सामयिक रचना

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  11. हार्दिक धन्यवाद अनुराधा जी ! आभार आपका !

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  12. हार्दिक धन्यवाद केडिया जी ! आभार आपका !

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  13. कविता शानदार है |

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  14. हार्दिक धन्यवाद जीजी !

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