महात्मा गाँधी
देश के राष्ट्र पिता
हमारे बापू |
देश का मान
अहिंसा के पुजारी
सत्य के व्रती |
न झुके कभी
तन के डटे रहे
न रुके कभी |
पीर पराई
सदा हृदय धारी
आकुल मना |
अर्पित किया
तन मन जीवन
देश के हित |
बापू हमारे
देश का अभिमान
हमारा मान |
दुर्बल तन
शक्तिशाली था मन
दृढ संकल्प |
मुक्त कराया
काट कर बेड़ियाँ
देश हमारा |
खुद न झुके
झुकाया विरोधी को
ऐसे थे बापू |
कभी न डरे
डराया विरोधी को
यह थे बापू |
भारतवासी
चरणों में तुम्हारे
हैं नतशिर |
करें वंदन
शत शत नमन
अभिनन्दन |
साधना वैद
शहीदों के लिए अब पहले जैसी भावनाएँ नहीं रही लोगों में.... भूल रहे हैं लोग।
ReplyDeleteबहुत अच्छे हायकू।
सहमत हूँ आपसे मीना जी ! आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार !
Deleteनमस्ते,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार (31-01-2022 ) को 'लूट रहे भोली जनता को, बनकर जन-गण के रखवाले' (चर्चा अंक 4327) पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है। 12:01 AM के बाद प्रस्तुति ब्लॉग 'चर्चामंच' पर उपलब्ध होगी।
चर्चामंच पर आपकी रचना का लिंक विस्तारिक पाठक वर्ग तक पहुँचाने के उद्देश्य से सम्मिलित किया गया है ताकि साहित्य रसिक पाठकों को अनेक विकल्प मिल सकें तथा साहित्य-सृजन के विभिन्न आयामों से वे सूचित हो सकें।
यदि हमारे द्वारा किए गए इस प्रयास से आपको कोई आपत्ति है तो कृपया संबंधित प्रस्तुति के अंक में अपनी टिप्पणी के ज़रिये या हमारे ब्लॉग पर प्रदर्शित संपर्क फ़ॉर्म के माध्यम से हमें सूचित कीजिएगा ताकि आपकी रचना का लिंक प्रस्तुति से विलोपित किया जा सके।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
#रवीन्द्र_सिंह_यादव
हार्दिक धन्यवाद रवीन्द्र जी ! आपका बहुत बहुत आभार ! सादर वन्दे !
Deleteबहुत खूबसूरत प्रस्तुति
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद भारती जी ! आभार आपका !
Deleteबापू को समर्पित सुंदर हाइकु! शत शत नमन !
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद अनीता जी ! हृदय से आभार आपका !
Deleteबहुत ही सुंदर हाइकु आदरणीय दी।
ReplyDeleteसादर
हार्दिक धन्यवाद अनीता जी ! आपका बहुत बहुत आभार !
Deleteउम्दा प्रस्तुति आदरणीय मेम ।
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद दीपक जी ! बहुत बहुत आभार आपका !
Deleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति |
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