Thursday, September 23, 2010

* डिजनीलैंड -एक स्वप्नदृष्टा का साकार हुआ सपना * -- भाग 1

अमेरिका घूम आये और डिज़नीलैंड नहीं देखा तो समझिये आपकी यात्रा अधूरी ही रह गयी ! सपनों और सुनहरी कल्पनाओं का संसार डिजनीलैंड बहुत ही आकर्षक और खूबसूरत स्थान है ! यहाँ दिन रात लोगों का मेला सा लगा रहता है और बच्चे, बूढ़े, जवान सभी मनोरंजन और हर्षोल्लास के चरम शिखर पर विचरण करते दिखाई देते हैं ! इस पार्क में हर उम्र के व्यक्ति के लिये मनोरंजन के इतने साधन हैं कि एक दिन का वक्त भी कम पड़ जाता है और लगता है कि बहुत कुछ छूट गया !
लॉसएंजिलिस स्थित डिज़नीलैंड की परिकल्पना इसके प्रणेता वाल्ट डिज़्नी ने 1954 में की थी ! १८ जुलाई 1955 तक उन्होंने इसे साकार रूप दे दिया और यह भव्य पार्क सर्व साधारण के लिये खोल दिया गया ! आकार में अत्यंत विशाल इस पार्क में अनेकों तरह की रोलर कोस्टर राइड्स है जिनमें बैठ कर भय, उल्लास, आनंद, रोमांच, साहस और शौर्य, विजय आदि सभी तरह के भावों की मिली जुली अनुभूति से लोग गुजरते हैं ! राइड के बाहर जब लोग निकलते हैं तो सबके चहरे पर विजयोल्लास के ऐसे भाव होते हैं जैसे कोई युद्ध जीत कर रहे हों ! इसका टिकिट प्रति व्यक्ति ७५ डॉलर्स है ! लेकिन एक बार पार्क में प्रवेश करने के बाद आप किसी भी राइड में कितनी ही बार बैठें, कितनी भी देर तक अंदर रहें, चाहे रेल में बैठें चाहे शिप में या बोट में आपको दोबारा टिकिट में पैसे खर्च करने की ज़रूरत नहीं होती ! अंदर जाने के बाद बस खाने पीने का सामान खरीदने के लिये या शॉपिंग इत्यादि के लिये ही आपको पर्स खोलने की ज़रूरत पड़ेगी अन्यथा नहीं !
डिजनीलैंड के सम्पूर्ण एरिया को प्रमुख रूप से कुछ हिस्सों में बाँटा गया है !
( 1 ) मेन स्ट्रीट यू एस -- यह वह स्थान है जहाँ टिकिट लेने के बाद दर्शक सबसे पहले प्रवेश करते हैं ! इसे सेंट्रल प्लाजा कहते हैं ! यह एक लंबी सड़क है जिस पर विक्टोरियन काल के स्थापत्य के बेजोड़ भवन दिखाई देते हैं जिनमें टाउन स्क्वेयर, मूवी थियेटर, सिटी हॉल, फायर हाउस, एम्पोरियम्स और अनेकों शॉप्स और शो रूम्स हैं जिनमें आगंतुक दर्शकों के लिये तरह तरह के सामान बिक्री के लिये सजे होते हैं ! इनमें आर्ट गैलरीज़ और ऑपेरा हाउस भी हैं तथा कैंडी स्टोर्स, ज्यूलरी शॉप और सोवेनियर्स की दुकानें भी बहुतायत में हैं ! मेन रोड पर डबल डेकर बसें और बग्घियाँ भी लोगों के लिये आकर्षण का केन्द्र बनी रहती हैं ! यहीं पर एक ट्रेन स्टेशन भी है जिस पर बैठ कर सम्पूर्ण डिजनीलैंड की सैर मज़े के साथ की जा सकती है ! स्ट्रीट जहाँ समाप्त होती है वहाँ डिजनीलैंड के स्वप्नदृष्टा वाल्ट डिस्नी की मूर्ति और उनका अत्यंत भव्य और सुन्दर कासिल खडा हुआ है !
( ) एडवेंचरलैंड -- इसमें चार प्रमुख राइड्स हैं ! जंगल क्रूज़, इंडियाना जोन्स एडवेंचर, टारजंस ट्री हाउस और एन्चांटेड टिकी रूम ऑफ वाल्ट डिस्नी ! जंगल क्रूज में छोटी छोटी नावों में पानी के रास्ते विश्व के अद्भुत और मनोहारी वन्य जीवन के नजारों की सैर कराई जाती है ! इस राइड में डायनासोर से लेकर हाथी, शेर, चिम्पांजी, भालू, चीता, मोर और अन्य अनेकों पशु पक्षियों के पपेट्स को उनके नैसर्गिक परिवेश में विचरण करते दिखाया गया है ! बच्चे इस राइड को बहुत एन्जॉय करते हैं ! इंडियाना जोन्स एडवेंचर की राइड एक रोलर कोस्टर राइड है ! इसके लिये पैदल भी बहुत चलना पडता है और राइड में भी बहुत तेज झटके लगते हैं ! रफ़्तार भी कहीं कहीं बहुत तेज हो जाती है ! यह तो डिस्नी लैंड की हर रोलर कोस्टर राइड की खासियत है ! अनायास गति का बढ़ जाना, एकदम घटाटोप अन्धकार में राइड में खतरनाक ढंग से झटके खाना, कभी बहुत ऊंचाई पर तो कभी एकदम गहरी ढलान पर राइड का ऊपर नीचे झूलना, कभी पानी के नीचे से तो कभी पानी के बीच से गुजरना इन राइड्स की विशेषता है और इसीलिये इनकी सवारी करके सभीको एक अलौकिक रोमांच और आनंद का अनुभव होता है ! इन्हीं राइड्स के दौरान वे विषय विशेष से सम्बंधित प्रसंगों को झांकियों और तस्वीरों के माध्यम से तथा बैकग्राउंड में चल रहे कहानी के साउंड ट्रैक के माध्यम से दर्शकों को बताते रहते हैं ! साउन्ड ट्रैक भी इतना शानदार और नाटकीय होता है कि ऐसा लगता है हम भी उस काल विशेष में पहुच गए हैं और इस नाटिका का एक हिस्सा बन गए हैं ! इंडियाना जोन्स की राइड बहुत दिलचस्प थी ! इसके अलावा टार्ज़न का ट्री हाउस भी बहुत ऊँचाई पर बना था ! रस्सी के पुल से होते हुए, तमाम सीढियां चढते हुए पेड़ की टॉप पर उसके घर में जाना, उसका किचिन, खाने पकाने के पुराने ज़माने के बर्तन और उसके घर के अन्य आदिम सामान को देखना एक अनोखा अनुभव था ! बहुत मज़ा आया उसे देख कर ! एडवेंचर लैंड का आख़िरी आकर्षण था एन्चांटेड टिकी रूम ! यह लाईट और साउन्ड का बहुत ही सुन्दर, आकर्षक और दिलचस्प प्रोग्राम है ! एक कक्ष में चारों तरफ छत के पास ढेरों पंछी तरह तरह के फूल पत्तियों के बीच बैठे दिखाई देते हैं ! जैसे ही प्रोग्राम शुरू होता है कमरे में अँधेरा छा जाता है और सारे पंछी अचानक से जीवंत हो उठते हैं और जोर जोर से बातें करते, गाते और करतब दिखाते हुए दिखाई देते हैं ! कमरे में नीचे अन्धकार होता है लेकिन जहाँ पंछी होते हैं वह स्थल पूर्णरूप से प्रकाशित होता है ताकि पंछियों के खूबसूरत रंग, उनकी संवाद अदायगी, उनकी चोंच और पंखों का गीत की लय पर आकर्षक ढंग से हिलना आप भली भाँती देख सकें औए उसका भरपूर आनंद उठा सकें ! टिकीज रूम का कार्यक्रम बहुत मनभावन था और इस कक्ष से बाहर निकलते हुए हर दर्शक के चहरे पर आत्मतुष्टि के अद्भुत भाव थे !

आज यहीं तक ! अगली कड़ी में आपको डिस्नीलैंड के अन्य कई बेहद दिलचस्प स्थानों की सैर करानी है ! पढना मिस मत करियेगा !
क्रमश:

साधना वैद

9 comments:

  1. बहुत अच्छी प्रस्तुति। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।
    मशीन अनुवाद का विस्तार!, “राजभाषा हिन्दी” पर रेखा श्रीवास्तव की प्रस्तुति, पधारें

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  2. मैं तो अभी तक अमरीका में नहीं गयी पर जब जाउंगी तब डिजनीलैंड में ज़रूर जाउंगी! बहुत सुन्दरता से आपने प्रस्तुत किया है! आपका पोस्ट पढ़कर ऐसा लगा मानो मैं डिजनीलैंड से घूमकर आ गयी! बहुत बढ़िया और शानदार पोस्ट!

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  3. बहुत बढ़िया और शानदार पोस्ट

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  4. बहुत अच्छी जानकारी देती पोस्ट ...वैसे तो कभी देख नहीं पाएंगे ..आपकी पोस्ट के माध्यम से घूम लिए ..

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  5. बहुत ही दिलचस्प तरीके से आपने इतनी अच्छी जानकारी दी...आपके साथ हमलोग भी घूम लिए....बहुत ही आत्मीयतापूर्वक वर्णन किया है...
    अब इंतज़ार है,अगली कड़ी का.

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  6. ise kahate hai ghar baithe hi duniya ghum li deedee aapki kalam me to jadu hai badhai

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  7. अच्छी जानकारी दी हम तो यहीं बैठे बैठे घूम आये...बिना टिकट. :)

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  8. इतना अच्छा वर्णन किया है कि मन वहां पहुंचने को कर रहा है |
    आशा

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  9. बहुत ही सुंदर जानकारी दी आप ने, मै अभी तक तो नही गया, क्योकि हमारे यहां भी बहुत से ऎसे ही स्थान है, जहां हर साल जाते है, ओर छोटे बच्चो से ले कर ८०-९० साल के बच्चो तक के अलग अलग झुले होते है, एक दो दिन कम ही लगते है यहां तो, कम से कम तीन दिन मै भी अगर देख ले तो बहुत है. आप का धन्यवाद

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