Friday, August 28, 2015

राखी का धागा


शुभ मुहूर्त 
सावन की पूर्णिमा 
राखी का पर्व ! 

नेह बंधन
भावना का प्रतीक
राखी का धागा !

प्रेम का पर्व
भाल रोली अक्षत
राखी कलाई ! 

 स्नेह की डोर
भाई की कलाई पे
बाँधे बहना !

भैया दुलारे
प्यार का उपहार
राखी का धागा !

कोमल डोर
फौलाद सा बंधन
 रिश्ता अटूट ! 

राखी का स्पर्श 
चट्टान सा अटल 
भाई का मन !

धागा नहीं ये
भरोसे की जंजीर
बाँधी कलाई !

 बाँध के राखी  
आजीवन रक्षा का  
वादा दे भाई !
  
माँगे दुआएं
वारी जाये भैया पे
 प्यारी बहना !

राखी का पर्व
हर पर्व से न्यारा
अद्भुत प्यारा !

 अनूठा रिश्ता
अनुपम त्यौहार
रक्षा बंधन ! 

प्यारा बंधन 
बाँधा जो बहना ने
भाई मगन !

वारूँ तुझ पे
दुनिया की दौलत
बहना मेरी ! 

 वादा है मेरा 
 हर बुरी बला से
बचाऊँ तुझे !

आने न दूँगा
किसी भी आफत को 
पास में तेरे !

बाँधे भैया को
सुदृढ़ बंधन में 
नाज़ुक डोर !

हीरे न मोती 
न बंगला न गाड़ी 
इतना माँगूँ 
आजीवन रक्षा का 
उपहार दो भैया !


साधना वैद

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