Sudhinama
Saturday, August 27, 2016
इंतज़ार है तुम्हारा
इंतज़ार है तुम्हारा
बिछा दिए हैं फूल कुदरत ने
तुम्हारी राहों में
सूनी हैं गलियाँ
आ भी जाओ ना !
साधना वैद
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