Saturday, June 4, 2022

रुद्राक्ष

 



रुद्राक्ष

रचा लिया है तुम्हें आँखों में,

धारण कर लिया है उर पटल पर

कर लिया है अवस्थित तुम्हें

अंतस्तल के सर्वोच्च आसन पर

तुम सामान्य सी माला के मोती नहीं

तुम रुद्राक्ष हो ! एक अनमोल रुद्राक्ष !

मेरे जीवन का सबसे मूल्यवान उपहार

मेरी आध्यात्मिक तलाश का अंतिम लक्ष्य

मेरी भौतिक भ्रांतियों का सर्वश्रेष्ठ समाधान

मेरी भक्ति, निष्ठा, आस्था का सर्वोत्तम सिला

मेरे प्रेम, मेरे समर्पण का पुण्य फल  

यह रुद्राक्ष मेरी अतुलनीय निधि है प्रभु

क्योंकि यह तुमने मुझे दिया है !

इसीलिये तो यह मेरे लिए तुम्हारे

दिव्यतम वरदान के स्वरुप है !

इस कृपा के लिए तुम्हें कोटि कोटि आभार

और मेरा शत शत प्रणाम मेरे प्रभु !

मुझे इतनी शक्ति और देना कि

मैं इस रुद्राक्ष का मान रख सकूँ !  

 

साधना वैद


11 comments:

  1. Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद तिवारी जी ! बहुत बहुत आभार आपका !

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  2. बहुत सुंदर

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    1. हार्दिक धन्यवाद केडिया जी ! बहुत बहुत आभार आपका !

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  3. आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार यशोदा जी ! सप्रेम वन्दे !

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  4. रुद्राक्ष की महिमा जो जान ले वह ऐसा ही कहेगा

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    1. हार्दिक धन्यवाद अनीता जी ! बहुत बहुत आभार आपका !

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  5. सुंदर आध्यात्मिक भाव ।

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    1. हृदय से धन्यवाद संगीता जी ! बहुत बहुत आभार आपका !

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  6. हार्दिक धन्यवाद जीजी ! बहुत बहुत आभार !

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