Wednesday, April 24, 2024

एक दिलकश कहानी

 



दुनिया है फानी

सदा आनी जानी


सुनाती हूँ तुमको

सुनो ये कहानी


गज़ब था बुढापा

अजब थी जवानी


वो थी शाहजादी

बला की दीवानी


भाया था उसको

एक बूढा अमानी


था झुर्रीदार चेहरा 

नज़र थी रूहानी


हसीना को भाई

कमर की कमानी


सुनती थी उससे

हर दिन कहानी


धड़कता था दिल

छलकता था पानी


सुनाता था उसको

जब वो कहानी


उसे देख रोता

पिलाता था पानी


मनाता था उसको

सिखाता था मानी


सभी जानते थे

था रिश्ता रूहानी


करते थे इज्ज़त

बड़ी थी रवानी


है कितनी मनोरम

और कितनी सुहानी


दोनों अजूबों की

दिल कश कहानी


 

साधना वैद


10 comments:

  1. दो अजूबों की दिलकश कहानी
    बेहद सुंदर
    आभार
    सादर वंदन

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    1. हार्दिक धन्यवाद यशोदा जी ! दिल से आभार सखी ! सप्रेम वन्दे !

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    1. हार्दिक धन्यवाद आलोक जी ! बहुत बहुत आभार आपका !

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  3. वाक़ई अनोखी कहानी है यह

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    1. हार्दिक धन्यवाद अनीता जी ! आपको कहानी अच्छी लगी ! मेरा लिखना सार्थक हो गया !

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  4. सराहनीय रचना

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    1. हार्दिक धन्यवाद ओंकार जी ! बहुत बहुत आभार आपका !

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  5. बहुत-बहुत अच्छी लगी ये कहानी । इसकी रवानी। जज़्बा रूहानी ।

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    1. हार्दिक धन्यवाद नूपुरम जी ! आभार आपका !

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