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Friday, August 29, 2025

वर्ण पिरेमिड - पधारो जी महाराज

 




हे

देवा

गणेशा

करती हूँ

सर्वप्रथम

तुम्हारा वंदन

स्वीकारो अभ्यर्थना

मेरी पूजा अर्चना

पूर्ण करो मेरी

हर कामना

चढ़ाती हूँ

नेवैद्य

भक्ति

से 


हे

देवा

सुमुख

लम्बोदर 

गौरी नंदन

सिद्धि विनायक

विकट विघ्नहर्ता

करो दूर संकट

महा गणपति

मंगलमूर्ति

गणाध्यक्ष

आराध्य

मेरे

हो 

 

मैं

आई

शरण

विनायक

रखना लाज

ओ पालनहारे

निर्गुण और न्यारे 

तुम्हीं हो विघ्न हर्ता

जगत के स्वामी

हो अन्तर्यामी

सारी पीड़ा

भक्तों की

हर

लो


साधना वैद  





8 comments :

  1. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर शनिवार 30 अगस्त 2025 को लिंक की जाएगी ....

    http://halchalwith5links.blogspot.in
    पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!

    !

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    Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद रवीन्द्र जी ! बहुत बहुत आभार आपका ! सादर वन्दे !

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  2. सुंदर और सामयिक

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    1. हार्दिक धन्यवाद ओंकार जी ! आभार आपका !

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  3. बहुत सुंदर,,,, जय महा गणपति,, विघ्नराज गजानन,,,

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    1. हृदय से धन्यवाद कविता जी ! बप्पा की कृपा बनी रहे !

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  4. Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद हरीश जी ! आभार आपका !

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