कब आओगे साजन मन के दीप जलाऊँ
व्रत है करवा चौथ हाथ मेंहदी लगवाऊँ
सबका चाँद तो दूर गगन में चमक रहा है
अपने चंदा का दर्शन कर अर्ध्य चढ़ाऊँ !
साधना वैद
कब आओगे साजन मन के दीप जलाऊँ
व्रत है करवा चौथ हाथ मेंहदी लगवाऊँ
सबका चाँद तो दूर गगन में चमक रहा है
अपने चंदा का दर्शन कर अर्ध्य चढ़ाऊँ !
साधना वैद