तुम क्या गईं
बिखर गए स्वर
रोया संगीत
एक भूकंप
ढह गया भवन
सात सुरों का
मौन हो गई
मधुरतम वाणी
रोया भारत ।
तुम जो गयीं
थम गया सफ़र
सो गए स्वर
क्या कहें तुम्हें
अचानक चल दीं
दिल तोड़ के
ये भी न सोचा
कैसे सहेंगे दुःख
संगीत प्रेमी
कैसे भरेंगे
ऐसे जाने से बने
खालीपन को
निर्मोही बन
चल दीं छोड़ कर
सबको रोते
स्वर सम्राज्ञी
सुरों की मलिका या
स्वर कोकिला
यूँ चली गयीं
देश ही नहीं बल्कि
विश्व है हिला
जाओ पुण्यात्मा
भर दो बृह्मांड को
दिव्य स्वरों से
देव गणों को
कर दो मदहोश
निज गीतों से
सुरों का जादू
फैला देना स्वर्ग में
तुम्हें कसम
सुरों की देवी
लता मंगेशकर
तुम्हें नमन !
साधना वैद
सचमुच, लताजी हमारे देश की शान हैं और रहेंगी।
ReplyDeleteजहां रहेंगे वहाँ संगीत की खनक होगी इसी का एक उदाहरण थी धरा।
ReplyDeleteसमर्पण भाव में लिखी रचना बहुत सुंदर।
समय साक्षी रहना तुम by रेणु बाला
हार्दिक धन्यवाद रोहितास जी ! बहुत बहुत आभार !
Deleteबहुत सुन्दर हाइकु |
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद जीजी ! दिल से आभार !
Deleteसादर नमस्कार ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (8-2-22) को "स्वर सम्राज्ञी कभी नहीं जाएंगी"(चर्चा अंक 4335)पर भी होगी।आप भी सादर आमंत्रित है..आप की उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी .
--
कामिनी सिन्हा
जाओ पुण्यात्मा
ReplyDeleteभर दो बृह्मांड को
दिव्य स्वरों से
देव गणों को
कर दो मदहोश
निज गीतों से //////
वाह साधना जी 👌👌👌 लता जी को समर्पित एक बहुत बढ़िया प्रस्तुति है। सच में स्वर्ग में उपस्थित देवगणों ने भी लता जी के ररास्ते में पलक पांवड़े बिछाए होंगे। स्वर्ग उनकी पुण्य आभा से आलोकित हो गया होगा। भरपूर जीवन जी अपनी कोकिलवाणी से वे अनंत ब्रह्माण्ड को तृप्त करने चली गईं। स्वर साम्राज्ञी को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि 🙏🙏😞😞🙏🙏😞😞🙏🙏
हार्दिक धन्यवाद रेणु जी ! सच में लता जी बहुत व्यथित कर गयीं ! सभी महान संगीतकार और गायकों की खूब महफ़िल जमी होगी स्वर्गलोक में ! मुकेश, मोहोम्मद रफ़ी, मन्ना डे, किशोर कुमार, हेमंत कुमार, महेंद्र कपूर, नूर जहां, शमशाद बेगम सब एक साथ बैठे होंगे लता जी के स्वागत के लिए ! बहुत बहुत आभार आपका !
DeleteThank u for sharing the valuable content
ReplyDelete70+ PDF, PPT, DOC Submission or Sharing Website List ?
good poem on lata ji
ReplyDeleteThank you so much.
Delete