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Sunday, September 15, 2024

"ओफ्फोह दादू"- हाइकु संवाद पोएम 1

 



एक प्यारा पोता अपने दादू के लिए अपनी भावनाओं को इस खूबसूरत हाइकु कविता के माध्यम से बयां करता है। दादू की चिंताओं को दूर करने और उन्हें खुश करने के लिए वह तरह-तरह के प्यारे काम करने की बात करता है। इस वीडियो में आप देखेंगे कि कैसे एक पोते का प्यार अपने दादू के लिए कितना मायने रखता है। कविता के प्रत्येक पंक्ति के साथ आप दादू और पोते के बीच के भावुक पलों को दिखा सकते हैं। जैसे दादू की चिंता, पोते का दादू को ढांढस बंधाना, साथ में शतरंज खेलना, और अंत में दादू को सोने के लिए कहना।


साधना वैद

Sunday, September 1, 2024

बिकाऊ

 



आज दुनिया में हर चीज़ बिकाऊ हो चुकी है
हवा से लेकर पानी तक
खुशबू से लेकर मुस्कान तक
चितवन से लेकर चाल तक
लेकिन अभी भी बहुत कुछ बाकी है
जो अनमोल होते हुए भी 
बिलकुल बिकाऊ नहीं है
जो संसार में
सबसे कीमती होते हुए भी
नितांत नि:शुल्क है
लेकिन जिसकी कद्र करना
आज का इंसान भूल गया है
जिसे एक कोने में उपेक्षा से डाल कर
इंसान ने उससे नज़रें फेर ली हैं
वह है माता पिता का प्यार
माता पिता का आशीर्वाद
माता पिता का सान्निध्य !
कब समझेगा यह मूरख इंसान
यह वह अनमोल वरदान है
जो कभी बिकाऊ नहीं हो सकता
जिसका मोल इस संसार में
कभी कोई लगा ही नहीं सकता

क्योंकि उसे बिलकुल मुफ्त
अबाध मात्रा में पाया तो जा सकता है
लेकिन उसका अल्पांश भी
खरीदने की औकात
किसी में नहीं है !   

 

साधना वैद