मेरे भारत ने
जग में अपना परचम लहराया है
सारी दुनिया ने झुक कर भारत को शीश नवाया है !
एक समय था जब
याचक सा था जग के बाज़ारों में,
भूखे पेट किया करता था श्रम सूखे खलिहानों में,
किन्तु आधुनिक तकनीकों को जब हमने अपनाया है,
सारी दुनिया छक कर खाए इतना अन्न उगाया है !
अब तक अंतरिक्ष
पर था अधिकार रूस और नासा का
इसरो की शक्ति को लेकिन कब किसने पहचाना था
अंतरिक्ष गतिविधियों में भारत ने नाम कमाया है
चंद्रयान को चन्द्र देव की धरती पर पहुँचाया है !
सभी ‘सुशिक्षित’
सभी ‘सुरक्षित’ हों हमने संकल्प लिया
‘स्वच्छ’ धरा हो ‘स्वस्थ’ नागरिक इसका भी संज्ञान
लिया
सदियों की कारा से प्रभु श्रीराम को मुक्त कराया है
काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार कराया है !
अर्थ व्यवस्था
की सूची में भारत सबसे आगे है
तकनीकी शिक्षा में भी यह जग से पहले जागे है,
सुन्दर संसद, मंदिर, भवनों का निर्माण कराया है
वृक्षारोपण, पुल, सड़कें, नदियों को स्वच्छ बनाया है !
अर्थ नीति में
पहला नंबर है भारत का दुनिया में
देश विदेश के सभी निवेशक आतुर भारत आने में
हमने अपने ‘लोकतंत्र’ को सबसे सफल बनाया है
है ‘गणतंत्र’ हमारा अद्भुत हमने इसे मनाया है !
पुण्य भूमि है
भारत की दुनिया में मान हमारा है
हमने प्यार दिया सबको ‘वसुधैव कुटुंबकम’ नारा है
सब धर्मों का आदर करना हमने ही सिखलाया है
इसीलिये तो भारत अपना ‘विश्व गुरू’ कहलाया है !
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