नया साल २०११ आप सभीके लिये मंगलमय हो और आपकी हर मनोकामना पूर्ण हो यही शुभकामना है !
हर्ष और उल्लास का बन कर प्रतीक
सुबह का सूरज गगन पर है चढ़ा,
अश्रु आँखों में लिये बोझिल हृदय
चाँदनी का काफिला आगे बढ़ा ।
भोर की पहली किरण के साथ में
अल्पना के बेल-बूटे हैं सजे ,
खेत पोखर पनघटों के रास्ते
उल्लसित मन ग्रामवासी हैं चले ।
झूम कर प्रकृति सजाती साज है
है वसंती भाव स्वागत गान में,
नत वदन है खेत में सरसों खड़ी
गा रहे पंछी सुरीली तान में ।
ओस की हर जगमगाती बूँद में
और कल कल छलकती जलधार में,
बालकों की निष्कपट मुस्कान में
मन्दिरों में गूँजते प्रभुगान में ।
घन चलाते हाथ के आघात में
लपलपाती भट्टियों की ज्वाल में,
भोर के सूरज तेरी अभ्यर्थना
बोझ लादे हर श्रमिक की चाल में ।
आँख से पर्दे हटा अज्ञान के
चीर दे अवसाद का यह अंधकार,
जगमगा दे विश्व ज्ञानालोक से
दूर कर दे मनुज चिंतन के विकार ।
मान लेना तू मेरी यह प्रार्थना
हो तेरा अनुग्रह हमारी श्वास पे,
विश्व सारा कर रहा स्वागत तेरा
इसी आशा और इस विश्वास पे ।
साधना वैद्
नव वर्ष के स्वागत पर बहुत सुन्दर गीत ....इस रचना पर आपकी माताजी की छाप पड़ रही है ....
ReplyDeleteनव वर्ष मंगलमय हो ...शुभकामनायें
बहुत सुंदर प्रस्तुति ..नव वर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteमन को छूती कविता |बधाई
ReplyDelete"भोर की पहली किरण के साथ में ,
सुबह सूरज गगन पर चढ रहा --------,
चांदनी का काफिला आगे बहद रहा "
सुन्दर भाव लिए कविता बहुत अच्छी लगी |
आशा
बेहद उम्दा प्रस्तुति।
ReplyDeleteआपको तथा आपके पूरे परिवार को नए साल की हार्दिक शुभकामनाएँ!
नव वर्ष पर इस खूबसूरत कविता से ब्लॉग की शुरुआत करने पर हार्दिक बधाई...साथ ही नव वर्ष की ढेरों शुभ कामनाएं...
ReplyDeleteनीरज
bahut sunder prastuti.
ReplyDeletenav varsh mangalmay ho.
bahut sunder.
ReplyDeleteमान लेना तू मेरी यह प्रार्थना
ReplyDeleteहो तेरा अनुग्रह हमारी श्वास पे,
विश्व सारा कर रहा स्वागत तेरा
इसी आशा और इस विश्वास पे ।
बस हमारी प्रार्थना भी शामिल है,इसमें....
बहुत ही सुन्दर भाव व्यक्त किए हैं,कविता में..
नव-वर्ष का स्वागत तो इसी उछाह और उमंग से होता है.
नव वर्ष मंगलमय हो
हार्दिक शुभकामनायें
मेरे उत्साहवर्धन के लिये आप सबका हृदय से धन्यवाद ! नव वर्ष आप सभी के लिये मंगलमय हो !
ReplyDeleteमान लेना तू मेरी यह प्रार्थना
ReplyDeleteहो तेरा अनुग्रह हमारी श्वास पे,
विश्व सारा कर रहा स्वागत तेरा
इसी आशा और इस विश्वास पे ।
बहुत ही सुन्दर पंक्तियां ...नववर्ष की मंगलकामनाएं ।
मान लेना तू मेरी यह प्रार्थना
ReplyDeleteहो तेरा अनुग्रह हमारी श्वास पे,
विश्व सारा कर रहा स्वागत तेरा
इसी आशा और इस विश्वास पे ...
नए वर्ष के स्वागत में बेहद सुन्दर और प्रेरक गीत के लिए आभार। इश्वर से प्रार्थना रहेगी की यह वर्ष आपके एवं आपके परिवार में खुशहाली लाये।
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