आप सभी को प्रकाश के इस पुनीत पर्व पर अनेकानेक मंगलकामनायें !
वरदानी माँ
शरण में हूँ तेरी
कल्याण कर !
ज्योति का पर्व
दीप से दीप जले
हृदय मिले !
दीप जलाओ
अन्धकार मिटाओ
पर्व मनाओ !
रंगों से खेलो
अल्पना के बूटों से
द्वार सजाओ !
ज्योतित मन
ज्योतित हो आँगन
शुभ दीवाली !
बम की लड़ी
अनार फुलझड़ी
मुस्कान बड़ी !
साधना वैद
सुप्रभात
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