Followers

Monday, February 10, 2025

अनुरोध

 




करना है ‘संकल्प’ कभी ना तुम भटकोगे 

मिलें प्रलोभन खूब कभी ना तुम बहकोगे 

मौसम हो प्रतिकूल भले ही चाहे जितना

सुरभित करने जीवन सबका तुम महकोगे ! 


चित्र - गूगल से साभार 


साधना वैद 

🙏🌹🌹🌹🙏

No comments :

Post a Comment