पोपला मुँह
डगमगाती चाल
दो चार बाल
नाक पे चढ़ा चश्मा
जलवा बेमिसाल !
चाँदी से बाल
झुर्रीदार चेहरा
मीठे ख़याल
गुदगुदाती हँसी
बचपन कमाल !
आत्मनिर्भर
है खुद पे भरोसा
हाथ हुनर
न देखो श्वेत बाल
देखो मेरा जमाल !
साधना वैद
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