करे वंदन
तुम्हें अभिनन्दन
कृतज्ञ राष्ट्र
ऋण चुकाया
शूरवीर बेटे ने
भारत माँ का
लक्ष्य संधान
पूर्ण सतर्कता से
शत्रु परास्त
कायम रखी
पूरी गोपनीयता
चतुराई से
बन बैठा वो
शौर्य का प्रतिमान
एक पल में
गायेगा राष्ट्र
उसका यश गान
पूर्ण निष्ठा से
गर्वित हम
वीर ‘अभिनन्दन’
देश का मान
हर्षित हम
लौटा ‘अभिनन्दन’
देश की जान
साधना वैद
करें अभिनन्दन वीर सपूर अभिनन्दन का |
ReplyDeleteशानदार हाईकू रचे हैं |