मातृृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
मीठी सी तान
सुनहरा वितान
चूमती माथा
प्रभाती गाती
संसृति को जगाती
हमारी माता
बाँटती सुख
बटोरती है दुःख
माता हमारी
चुनती काँटे
बिखेरती है फूल
माता हमारी
प्यार के बोल
आशीष शारदे का
माता की वाणी
माता की गोदी
है शैया सर्वोत्तम
कैसी सुहानी!
शाश्वत प्रेम
ममता की मूरत
मैया हमारी
देवों की वाणी
चन्दन सी पावन
मैया हमारी
होना उॠण
तेरी अनुकम्पा से
कहाँ संभव
बच्चे हैं तेरे
आश्रित तुझ पर
सारा जीवन
साधना वैद
मातृ-दिवस पर अशेष शुभकामनाएँ..
ReplyDeleteमीठी हाइकु...
सादर नमन..
बहुत खूब ,मातृदिवस की हार्दिक शुभकामनाये सादर नमन
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद आदरणीय दिग्विजय जी ! आभार आपका !
ReplyDeleteमातृृ दिवस की आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं कामिनी जी ! हृदय से धन्यवाद आपका !
ReplyDeleteमाँ पर बहुत ही बढ़िया हायकू, साधना दी।
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (14-05-2019) को "लुटा हुआ ये शहर है" (चर्चा अंक- 3334) पर भी होगी।
ReplyDelete--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
हार्दिक धन्यवाद ज्योति जी ! आभार आपका!
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका ज्योति खरे जी !
ReplyDeleteऐसा कमाल का लिखा है आपने कि पढ़ते समय एक बार भी ले बाधित नहीं हुआ और भाव तो सीधे मन तक पहुंचे !!
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