Followers

Friday, August 18, 2023

प्यार का इत्र

 



प्यार का इत्र

 

दबा हुआ है

मन की किताब में

प्यार का इत्र

 

सूखी पाँखुरी

मोगरे गुलाब की

तुम्हारा चित्र

 

दबी हुई हैं

जैसे सारी खुशियाँ

सारा सावन

 

मीठी छुअन

एक अपनापन

पूरा जीवन

 

इन पन्नों में

इस ग्रन्थ के बीच

मेरे सुमित्र

 

चाहती छूना  

मिला है जो तुमसे

प्यार का इत्र  

 

साधना वैद

 

 

 


4 comments :

  1. चाहती छूना
    मिला है जो तुमसे
    प्यार का इत्र
    अप्रतिम
    आभार
    सादर वंदे

    ReplyDelete
    Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद यशोदा जी ! बहुत बहुत आभार आपका !

      Delete
  2. वाह! अद्भुत सृजन!

    ReplyDelete
    Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद शुभ्रा जी ! बहुत बहुत आभार आपका !

      Delete