(१)
मान बढ़ा कर देश का,
लौटा वीर जवान
सोया है ताबूत में,
करके जाँ कुर्बान !
(२)
जान गँवाई वीर ने,
जमा शत्रु पर धाक
मातम छाया देश में,
हुआ कलेजा चाक !
(३)
सीने में हैं
गोलियाँ, क्षत विक्षत है देह
जान लुटा कर देश पे,
आया अपने गेह !
(४)
बाँध कफ़न सिर पर चले, सैनिक वीर जवान
मातृभूमि के वास्ते, करने को बलिदान !
(५)
उंतिस वर्णी फूल औ' सात रंग के हार
भारत माँ के हृदय पर, शोभित यह गल हार !
(६)
बाइस भाषा में लिखें, 'भारत मेरी शान'
कोटिक कंठों से करें, माता का गुणगान !
जय हिंद
साधना वैद
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