तुम हो तो
हम सुरक्षित हैं,
तुम हो तो
यह सभ्यता ज़िंदा है,
तुम हो तो
यह देश हमारा है,
तुम हो तो
गर्व से सीना चौड़ा हमारा है
तुम हो तो
सर अभिमान से ऊँचा हमारा है,
तुम हो तो
यह जहाँ हमारा है
वरना तो सब
पानी का बुलबुला है !
तुम्हें जितने नमन करें
कम ही होंगे
देश के वीर सेनानी,
भारत माता के सपूतों
तुम पर वारने को
हमारे सौ सौ जनम भी
कम ही होंगे !
साधना वैद