बैंकॉक की यात्रा अधूरी
ही रह जायेगी अगर आपने वहाँ के फ्लोटिंग मार्केट्स की सैर नहीं की ! बैंकॉक में
पहले दिन का अनुभव बहुत ही सुखद रहा था ! गोल्डन बुद्धा टैम्पिल के दर्शन आपको
करवा ही चुकी हूँ ! उसे देखने के बाद एक और भव्य मंदिर देखा ‘रिक्लाइनिंग बुद्धा’
! इसका इतिहास भी उतना ही प्राचीन और वैभवशाली है ! इस मंदिर में भगवान् बुद्ध की
शयन करती हुई १५ मीटर ऊँची तथा ४३ मीटर लम्बी एक बहुत ही विशाल प्रतिमा है दर्शनार्थ
रखी हुई है ! इस प्रतिमा के पैर तीन मीटर ऊँचे तथा ४.५ मीटर लम्बे हैं ! मूर्ति
की भव्यता का वर्णन शब्द सीमा के परे है इसलिए आगे बढ़ते हैं ! इस मंदिर में
प्रार्थना के लिए छोटे बड़े कई विहार हैं जिनमें बहुत ही महीन पच्चीकारी का काम
किया गया है ! रिक्लाइनिंग बुद्धा का मंदिर देखने के बाद हमारा अगला मुकाम था जेम्स
गैलरी ! थाई लैंड की धरती अनमोल रत्नों से भरी पड़ी है और उन्हें तराश कर बहुमूल्य
आभूषणों में जड़ाई का काम भी शिखर पर है ! तरह-तरह के कीमती रत्नों से सजे इतने
खूबसूरत आभूषणों का इतना बड़ा संकलन एक ही स्थान पर मैंने इससे पहले कभी नहीं देखा
था जितना कि इस जेम्स गैलरी में देखा !
पहले दिन का टूर
समाप्त हुआ ! अगले दिन का पहला पड़ाव था फ्लोटिंग मार्केट ! सुबह निश्चित समय पर
टैक्सी हमें पिक करने के लिए ठीक सात बजे होटल पहुँच गयी थी ! इस बात की तो तारीफ़
करनी ही पड़ेगी कि बैंकॉक वाले समय के बहुत पाबन्द हैं ! शहर से करीब ८० किलोमीटर
दूरी पर स्थित है डेमनियन सोडूआक फ्लोटिंग मार्केट ! (शब्दों के उच्चारण में कुछ
गलती भी हो सकती है इसलिए पहले से ही क्षमाप्रार्थी हूँ) ! यह बैंकॉक का सबसे अधिक
लोकप्रिय और चहल-पहल वाला मार्केट है ! यहाँ पहुँच कर वेनिस की यादें ताज़ा हो गयीं
! यह एक बेहद खूबसूरत जगह है जो थाई लैंड की एक अत्यंत अनोखी जीवन शैली से हमें
परिचित कराती है ! यहाँ की विशेषता यह है कि पर्यटकों की दिलचस्पी के सभी सामानों
से सुसज्जित दुकानें नहरों के किनारों पर बनी हुई हैं या नावों पर सजी हुई है और
पर्यटकों को खरीदारी करने के लिए नावों में सवार होकर दुकानों तक जाना पड़ता है !
मोटर से चलने वाली बहुत सुन्दर सुसज्जित नावें तैयार रहती हैं यात्रियों को ले
जाने के लिए और यात्रियों की मर्जी के मुताबिक़ जैसा सामान उन्हें लेना हो नाव
चलाने वाले दुकानों पर नाव रोक कर उन्हें खरीदारी करने में मदद करते हैं ! एक सबसे
दिलचस्प बात जो यहाँ देखी कि बारगेनिंग करने में भाषा की कोई बाधा नहीं थी ! हर
दूकान वाले के पास कैलकुलेटर होता है ! वह वस्तु का मूल्य उस पर अंकित कर देता है
यदि ग्राहक को उचित नहीं लगता तो कैलकुलेटर ग्राहक को दे देता है कि उसे क्या देना
है ! ग्राहक जो देना चाहता है उस पर टाईप कर देता है यदि सौदा पट जाता है तो ठीक
और अगर नहीं पटता है तो भी मुँह वे बना कर नहीं बल्कि मुस्कुरा कर नाव को विदा कर
देते हैं ! यहाँ थाई लैंड की हस्तकला की दर्शनीय वस्तुओं की बहुत ही सुन्दर झाँकी
देखने का अवसर मिल जाता है ! लम्बी सी लोहे की हुक वाली छडी से नावों को अपनी
दूकान तक खींचने का उपक्रम भी दुकान वाले करते हैं ! पारम्परिक हैट लगाए नौजवान व वृद्ध
स्त्री पुरुषों को इस तरह से सामान बेचते हुए देखना बड़ा ही रोमांचकारी अनुभव होता
है ! वे लोग कितना कठिन जीवन व्यतीत करते हैं और किस तरह से संघर्षशील हैं यह भी
पता चलता है ! समुद्र के बैकवाटर से घिरे एक बहुत बड़े क्षेत्र में यह बाज़ार है !
जिसमें कई गलियाँ हैं ! नाव जब एक गली से दूसरी गली में मुड़ती है तो बहुत मज़ा आता
है ! नारियल पानी, तरह-तरह के पकोड़े, ताज़े कटे हुए फल, कोल्ड ड्रिंक्स, नूडिल्स,
नारियल के पैन केक्स सभी कुछ आप यहाँ चलती नाव से खरीद सकते हैं और उनका आनंद उठा
सकते हैं ! तरह-तरह के हैट्स, टीशर्ट्स, शॉल्स, छाते, थाई लैंड के विशिष्ट सोवेनियर्स,
लकड़ी के ड्रैगन, हाथी, घोड़े, उल्लू, बिल्लियाँ, लैम्प्स, शो पीसेज, पेंटिंग्स, वाद्य
यंत्र, लकड़ी के पज़ल्स वाले गेम्स यहाँ तक कि हर किस्म के मसाले भी इस बाज़ार से आप
खरीद सकते हैं ! नाव की इस यात्रा में दुकानों का व उनमें बिकने वाले सामानों का
तो आकर्षण प्रबल है ही इसके अतिरिक्त आस-पास की हरियाली और वहाँ की नैसर्गिक
प्राकृतिक छटा का भी मनोहारी दर्शन हो जाता है ! नाव की इस लगभग एक डेढ़ घंटे की यात्रा
में बीच में थोड़ी सी देर का एक ब्रेक भी आता है जब आपको रिफ्रेशमेंट के लिए और
खरीदारी करने के लिए एक बहुत सुन्दर से रेस्टोरेंट कम स्टोर में कुछ देर के लिए
उतार दिया जाता है ! यह स्थान भी बहुत रमणीक है ! यदि आपको फोटोग्राफी का शौक है
तो वहाँ की पारम्परिक वेशभूषा में सजे नाव चलाने वाले स्त्री पुरुष और दुकानदारों
की तस्वीरें आपके एल्बम की अनमोल निधि बन सकती हैं !
बैंकॉक में कई
फ्लोटिंग मार्केट्स हैं ! लेकिन सबसे आकर्षक और लोकप्रिय यही मार्केट है ! थाईलैंड
आकर सब कुछ देखा और फ्लोटिंग मार्केट नहीं देखा तो यह समझिये की आपका आनंद आधा ही
रह गया ! इसलिए अगली बार जब आप वहाँ घूमने जायें तो फ्लोटिंग मार्केट जाने की बात
आपनी प्राथमिकता की सूची में सबसे ऊपर लिखना ना भूलें !
साधना वैद !
बहुत ख़ूब वाह!
ReplyDeleteबहुत सुंदर वर्णन ...पढ़ते हुये ऐसा लग रहा था की हम भी एक नाव में सवार हो फ्लोटिंग मार्केट का आनंद ले रहे हैं ।
ReplyDeleteएक अच्छी जानकारी देने के लिए धन्यवाद !!
ReplyDeleteआभार !!
वाह साधना ,जी अपने तो हमें भी अपने साथ साथ यात्रा करवा दी . बहुत सार्थक वृत्तांत पढने को मिला इसके लिए बहुत बहुत आभार .
ReplyDeleteNice post.
ReplyDeleteSee:
http://blogkikhabren.blogspot.in/2012/12/blog-post_28.html
बैंकाक की सार्थक वृत्तांत के साथ२ अच्छी जानकारी,,,
ReplyDelete====================================
recent post : नववर्ष की बधाई
बैंकाक की सार्थक वृत्तांत के साथ२ अच्छी जानकारी,,,
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recent post : नववर्ष की बधाई
बहुत बढ़िया वर्णन ...
ReplyDeleteआभार इस सुंदर पोस्ट के लिए ...
अच्छी जानकारी
ReplyDelete-बहुत आभार
आदरणीया मौसीजी ,सादर वन्दे , आपके साथ बैंकाक की यात्रा सुखद रही । मैंने आपको आगरा में बहुत याद किया । समय मिलाने पर मेरे ब्लॉग पर आयें।समीक्षा करें जिससे में सुधार करूँ पाने लेखन में ।
ReplyDeleteबैंकॉक से सम्बंधित जानकारी देने के लिए आभार !
ReplyDeletewah bahut hi romachkari jankari. dil to kiya me bhi ticket kata hi lun bengcock ka, aur pahunch jau apke peechhe peechhe. kalpana kar kar ke hi bahut romanch ho raha hai.
ReplyDeleteaapne jo itni bhavy aur vishal buddh ki murti ka varnan kiya...kash uski pics. bhi dekhne ko mil jati. uski unchayi/lambayi aur pairon k aakar ko soch soch kar hairani ho rahi hain aur aankhe unke aakaar ko naapne k liye kalpana karne par bhi shayad apna failav kam mehsoos kar rahi hain :) . bahut gyanwardhak jankari k liye aabhar.
बहुत सुन्दर यात्रा वृत्तान्त |वहाँ जाने की इच्छा जगा दी |
ReplyDeleteआशा
बहुत बढ़िया जानकारी के साथ सुन्दर वर्णन ...आभार
ReplyDeleteथाईलैंड की सैर बढ़िया हो रही है साथ ही रोचक जानकारी भी.
ReplyDeleteआगामी नव वर्ष की बहुत सारी शुभकामनायें.