नव वर्ष की सभी बंधु बांधवों को हार्दिक बधाई एवं अनंत अशेष शुभकामनाएं
नया साल
जश्न तो मनाना
है
नये साल को बुलाना
है
जो दुःख दिये बीते
साल ने
सिरे से उन्हें
भुलाना है !
आने वाला साल
सुखकारी हो सबके
लिये
हितकारी हो सबके
लिये
फलदायी हो सबके लिये
मंगलकारी हो सबके
लिये !
सब हों सफल
सब हों उल्लसित,
सब हों स्वस्थ
सब हों प्रफुल्लित
मन में हो विश्वास
आँखों में सपने,
छूटे ना किसीका साथ
साथ में हों अपने !
साकार करें प्रभु
हर मन की आस,
टूटे न किसीका सपना
बिखरे न विश्वास !
सबकी इच्छापूर्ति के
लिए
प्रभु को मनाना है !
द्वार पर खड़ा है
२०२१ का नया साल
अभ्यर्थना कर उसकी
उसे अन्दर हमें लाना
है!
मेहमान के स्वागत
में
आज सब दुःख भूल कर
जश्न तो मनाना है !
साधना वैद
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज शुक्रवार 01 जनवरी 2021 को साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteआपका ह्रदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार दिव्या जी ! सप्रेम वन्दे एवं नव वर्ष की आत्मीय शुभकामनाएं !
Deleteजी नमस्ते ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (०२-०१-२०२१) को 'जीवन को चलना ही है' (चर्चा अंक- ३९३४) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है
--
अनीता सैनी
आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार अनीता जी ! सप्रेम वन्दे एवं नव वर्ष की आत्मीय मंगलकामनाएं !
Deleteबहुत सुन्दर और सारगर्भित।
ReplyDeleteनव वर्ष 2021 की हार्दिक शुभकामनाएँ।
हार्दिक धन्यवाद शास्त्री जी ! बहुत बहुत आभार आपका ! नव वर्ष की आपको भी सपरिवार आत्मीय मंगलकामनाएं !
Deleteहार्दिक शुभकामनाएँ ।
ReplyDeleteआपको भी अमृता जी ! बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार आपका !
Deleteसुन्दर सृजन - - नूतन वर्ष की असीम शुभकामनाएं।
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद शांतनु जी ! आपको भी नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद केडिया जी ! बहुत बहुत आभार आपका !
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