दो वर्ष का नन्हा प्रियांशु बहुत ज़ोर-ज़ोर से
खाँस रहा था ! अपने छोटे से बेटे को इतनी तकलीफ में देख कर नीना और सचिन दोनों ही
बहुत घबरा गए थे ! लॉक डाउन के कारण डॉक्टर्स के क्लीनिक भी प्राय: या तो बंद ही
रहते थे या वे गिने चुने पेशेंट्स को ही देखते थे !
जैसे तैसे एक डॉक्टर का क्लीनिक खुला मिला !
प्रियांशु को साँस लेने में भी परेशानी हो रही थी ! डॉक्टर ने बच्चे की गहन पड़ताल
की ! उसके लंग्स में इन्फेक्शन था ! इतनी गर्मी में बच्चे को ठण्ड भी नहीं लगी थी
कभी ! ना ही वे लोग कहीं बाहर गए थे ! नीना और सचिन हैरान थे कि प्रियांशु को इतना
गंभीर इन्फेक्शन कैसे हुआ !
अब डॉक्टर के निशाने पर सचिन थे !
“क्या आप स्मोक करते हैं ?”
सचिन से पहले ही नीना बोल पड़ी !
“हाँ डॉक्टर साहेब सचिन चेन स्मोकर हैं ! दिन
में दो डिब्बी सिगरेट तो ये पी ही लेते हैं ! लेकिन आपने कैसे जाना ?”
“आपके बेटे की खाँसी और लंग्स के इन्फेक्शन का
कारण ही यही है ! आपके पति सिगरेट पीते हुए जो धुआँ बाहर निकालते हैं उसे आपका
बेटा अपने लंग्स में हर पल अपनी साँस के साथ अनचाहे ही ग्रहण कर रहा है ! अगर आपके
पति ने स्मोकिंग की अपनी आदत न छोड़ी तो आपके बेटे का मर्ज़ लाइलाज हो जाएगा और इसके
प्राणों पर संकट भी आ सकता है !”
साधना वैद
कटु सत्य
ReplyDeleteआभार
सादर वंदे
हार्दिक धन्यवाद यशोदा जी ! बहुत बहुत आभार आपका ! सप्रेम वन्दे !
Deleteन जाने कितने मासूम इस ज़हर को लीलने पर मजबूर हैं
ReplyDeleteजी अनीता जी ! घोर चिंता का विषय है ! हार्दिक धन्यवाद आपका !
Deleteबेहतरीन
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद हरीश जी ! बहुत बहुत आभार आपका !
Deleteचिंता का विषय
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद ओंकार जी ! वाकई घोर चिंता का विषय है !
Deleteउफ ! बेगुनाहों को मिलती सजा किसी और के कर्मों की।
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद मीना जी ! बहुत बहुत आभार आपका !
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