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Saturday, November 9, 2024

जगमग जग कर दें

 



दूर भगा कर तम हर घर को
जगर मगर कर दें !
चलो आज हम सब मिल जुल कर
जगमग जग कर दें !

रहे न कोई घर का कोना
कहीं उपेक्षित
, तम आच्छादित
हो जाए मन का हर कोना
हर्षित
, गर्वित और आह्लादित
रच कर सुन्दर एक रंगोली  
घर पावन कर दें !
चलो आज हम सब मिल जुल कर

जगमग जग कर दें !
गूँथ आम्र पल्लव से सुन्दर
द्वारे वन्दनवार सजाएं
तेल और बाती से रच कर
घर आँगन में दीप जलाएं
माँ लक्ष्मी के स्वागत में हम
घर मंदिर कर दें !
चलो आज हम सब मिल जुल कर
जगमग जग कर दें !
जैसे आज सजाया घर को
मन का भी श्रृंगार करें
ममता
, करुणा, दया भाव से
अतिथि का सत्कार करें
द्वेष
, ईर्ष्या, क्रोध मिटा कर
मन निर्मल कर दें !
चलो आज हम सब मिल जुल कर
जगमग जग कर दें !  

साधना वैद

6 comments :

  1. दीपावली पर सुंदर आह्वान

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    1. हार्दिक धन्यवाद अनीता जी ! बहुत आभार आपका !

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  2. बहुत सुंदर रचना।
    देव दिवाली की अग्रिम शुभकामनाएं 🪔🪔🙏🙏

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    Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद रूपा जी ! बहुत बहुत आभार आपका !

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  3. Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद ओंकार जी ! आभार आपका !

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